Back to Top
-
राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, नासिरा शर्मा की लिखी कहानी— ‘नये रंग की गंध’। यह कहानी उनके कहानी संग्रह ‘सुनहरी उँगलियाँ’ में संकलित है।Read more
-
साहित्य अकादेमी से पुरस्कार से सम्मानित कथाकार संजीव के जन्मदिन पर राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, कोरोना काल के भयावह समय में इंसानियत की अद्भुत मिसाल पेश करती कहानी— ‘यह दुनिया अब भी सुंदर है’। यह कहानी इसी वर्ष प्रकाशित उनके कहानी संग्रह ‘प्रार्थना’ में संकलित है।Read more
-
अंतर्राष्ट्रीय बुकर पुरस्कार से सम्मानित लेखक अरुंधति रॉय को ‘निर्भीक और मुखर’ लेखन के लिए प्रतिष्ठित पेन पिंटर पुरस्कार देने की घोषणा की गई है। यह पुरस्कार इंग्लैंड की पेन संस्था द्वारा नोबेल पुरस्कार से सम्मानित नाटककार हेरोल्ड पिंटर की स्मृति में अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के लिए दिया जाता है। राजकमल ब्लॉग के इस विशेष अंक में जानें, अपने दमदार और बेजाेड़ लेखन से दुनियाभर में अपना लोहा मनवाने वाली लेखक अंरुधति रॉय की किताबों की विषयवस्तु क्या है?Read more
-
Posted: June 25, 2024
आपातकाल लगाने के पीछे क्या थे तात्कालिक कारण?
1975 में लगाए गए राष्ट्रीय आपातकाल को आज 50 साल हो गए हैं। राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, सुदीप ठाकुर की किताब ‘दस साल : जिनसे देश की सियासत बदल गई’ के कुछ अंश जिसमें उन कारणों की चर्चा की गई है जो तात्कालिक रूप से आपातकाल लगाने की वजह बने।Read more -
‘नर्मदा बचाओ आंदोलन’ की सूत्रधार मेधा पाटेकर पिछले करीब एक हफ्ते से सरदार सरोवर परियोजना के डूब प्रभावित लोगों के पुनर्वास और उनकी मूलभूत सुविधाओं के लिए अनशन पर हैं। राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, नन्दिनी ओझा की किताब ‘संघर्ष नर्मदा’ के कुछ अंश जिसमें इस आंदोलन के मुख्य कार्यकर्ता रहे केशवभाई वसावे के साथ लेखक की बातचीत है।Read more
-
शाकाहार और माँसाहार की बहस इन दिनों राजनीतिक चर्चाओं, भाषणों और विवादों के केंद्र में है। जाहिर है, ऐसे में हमारे मन में यह सवाल उठ सकता है कि क्या इन दोनों में से किसी एक भोजन पद्धति को अपनाया जा सकता है? राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, खानपान की भारतीय संस्कृति पर आधारित लेखों के संकलन ‘सतरंगी दस्तरख़्वान’ का एक लेख जिसमें लेखक-पत्रकार आशुतोष भारद्वाज ने ऐतिहासिक और पौराणिक उदाहरणों से इसी सवाल का जबाव ढूँढ़ने की कोशिश की है।Read more
-
राजकमल प्रकाशन समूह की वेबसाइट पर 21 से 30 जून, 2024 तक ऑनलाइन बुक फेयर का आयोजन किया जा रहा है। इस दौरान वेबसाइट पर उपलब्ध समूह की सभी किताबों पर पाठकों को आकर्षक छूट मिलेगी।Read more
-
राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, बकरीद के दिन एक परिवार द्वारा अपने अजीज बकरे की कुर्बानी देने की कहानी—क़ुर्बान। यह कहानी शहादत के कहानी संग्रह ‘कर्फ़्यू की रात’ में संकलित है।Read more
-
Posted: June 06, 2024
नीतीश कुमार ने क्यों लौटा दिए थे नरेन्द्र मोदी के भेजे हुए पाँच करोड़?
लोकसभा चुनाव के बाद बिहार के मुख्यमंत्री और जनता दल (यूनाइटेड) के प्रमुख नीतीश कुमार बहुत चर्चा में है और उन्हें एनडीए के किंगमेकर के तौर पर देखा जा रहा है। राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, उदय कांत द्वारा लिखित उनकी जीवनी ‘नीतीश कुमार : अंतरंग दोस्तों की नज़र से’ में से नीतीश कुमार एक रोचक किस्सा, जब उन्होंने बीजेपी नेताओं से लिए रखी हुई दावत को अचानक से रद्द कर दिया था।Read more