1. मानवता के आईने को संवार कर आइनासाज़ी करता स्त्री मन
  2. स्त्री का गढ़ा पुरुष : अनुपम सिंह की कविताएँ
  3. सम्पूर्ण दलित आन्दोलन : पसमान्दा तसव्वुर
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