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ब्लॉग के इस अंक में पढ़ें, विभूति नारायण राय के संस्मरणात्मक आख्यान 'हाशिमपुरा 22 मई' का अंश कभी हम भी तुम भी थे आशना।
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ब्लॉग के इस अंक में पढ़ें, ज्ञानरंजन की किताब 'कबाड़खाना' का अंश नगर में बसना भी तुम्हें नहीं आया।
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ब्लॉग के इस अंक में पढ़ें, रवीश कुमार की किताब 'बोलना ही है' का अंश 'नागरिक पत्रकारिता की ताकत'। यह रवीश कुमार द्वारा मनीला में 6 सितंबर, 2019 को रैमॉन मैगसेसे सेंटर में दिए गए भाषण का संपादित अंश है जिसे इस किताब में संकलित किया गया।
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ब्लॉग के इस अंक में पढ़ें, नागार्जुन की पुण्यतिथि पर शोभकान्त द्वारा लिखित उनकी जीवनी 'ठक्कन से नागार्जुन' का एक अंश। इसमें उनके बुढ़ापे के दिनों में दिल्ली में रहने के दौरान का वर्णन है।