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राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, ज्ञानपीठ पुरस्कार से सम्मानित लेखक दामोदर मावज़ो के कहानी संग्रह 'स्वप्न प्रेमी' से उनकी कहानी 'इनसानों के देस में'। इस संग्रह में संकलित अधिकांश कहानियों की पृष्ठभूमि गोवा की संस्कृति और जीवनशैली है।
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राजकमल ब्लॉग के इस अंक में पढ़ें, ममता कालिया के कहानी संग्रह 'पचीस साल की लड़की' से उनकी कहानी 'एक अकेला दुख।’
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"कभी-कभी नैना सूरज की किरणों के सामने अपनी आँखें मूँदकर बैठ जाती है। कभी अपलक दुनिया की गतिविधियों को देखती रहती है। असल में वह आँखों से सब कुछ देखते हुए भी कुछ भी नहीं देख रही होती।"
राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, ममता सिंह के कहानी संग्रह 'किरकिरी' से उनकी कहानी 'चांदी का वर्क़'।
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"शायद हर आदमी की ही कोई एक ऐसी प्रेमिका होती है, जिसे वह हासिल नहीं कर पाता। मजबूरियाँ, दुःख, और फिर अजनबियों के बीच बैठकर वह उसकी बात करता है।" राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, मंज़ूर एहतेशाम की कहानी 'लौटते हुए'।
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राजकमल ब्लॉग के इस अंक में पढ़ें, असग़र वजाहत की प्रतिनिधि कहानियाँ से उनकी कहानी 'मैं हिन्दू हूँ'।