Back to Top
-
आजादी के बाद जब देश में लोकतांत्रिक व्यवस्था कायम हुई तो भारत में रह रहे एंग्लो-इंडियन समुदाय के अधिकारों की सुरक्षा के लिए संविधान के अनुच्छेद-79 के तहत इस समुदाय के दो लोगों को देश की लोकसभा में और एक-एक प्रतिनिधि को हरेक प्रान्त की विधानसभा में नामजद करने का प्रावधान किया गया था। इसी प्रावधान के तहत लम्बे समय तक बिहार विधानसभा के सदस्य रहे हेक्टर एंगस ब्राउन की आज 29वीं पुण्यतिथि है। राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, दुनिया के एकमात्र एंग्लो इंडियन गाँव पर आधारित विकास कुमार झा के उपन्यास ‘मैकलुस्कीगंज’ का एक अंश, जिसमें उन्होंने हेक्टर एंगस ब्राउन के व्यक्तित्व के बारे में विस्तार से लिखा है।Read more
-
राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, बुकर पुरस्कार से सम्मानित लेखक गीताजंलि श्री के पहले उपन्यास ‘माई’ के कुछ खास अंश। पहली रचना से ही लेखक को साहित्यिक समाज के बीच चर्चा का केन्द्र बनाने वाले इस उपन्यास में एक छोटे शहर की बड़ी-सी ड्योढ़ी में बसे एक परिवार की कहानी है। जिसमें एक मध्यमवर्गीय परिवार में औरत की ज़िन्दगी को बड़े प्रभावशाली तरीके से उभारा गया है।Read more
-
मजदूर दिवस पर राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, अभिमन्यु अनत के उपन्यास ‘लाल पसीना’ का एक अंश। यह उपन्यास उन भारतीय मजदूरों के जीवन संघर्ष की कहानी है, जिन्हें चालाक फ्रांसीसी और ब्रिटिश उपनिवेशवादी सोने का लालच देकर मॉरिशस ले जाते थे। इस उपन्यास की भूमिका नोबेल पुरस्कार पुरस्कार ज्याँ मेरी गुस्ताव लेक्लेज़ियो ने लिखी है। उन्होंने अपने ‘नोबेल वक्तव्य’ में तीन बार इसके फ्रेंच अनुवाद का उल्लेख विस्तार से किया था।Read more
-
भारतीय पॉप संगीत की महारानी उषा उथुप को पद्म भूषण से सम्मानित किया गया है। राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, विकास कुमार झा द्वारा लिखित उषा उथुप की जीवनी ‘उल्लास की नाव’ का एक अंश जिसमें उनके पॉप गायन की शुरुआत की घटनाओं का वर्णन है।Read more
-
Posted: April 20, 2024
चन्दन पांडेय की कहानी : शुभकामना का शव
राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, ‘वैधानिक गल्प’ और ‘कीर्तिगान’ जैसे उपन्यासों और कई असाधारण कहानियों के लेखक चन्दन पांडेय के हाल ही में प्रकाशित कहानी संग्रह ‘चोट’ से एक कहानी— ‘शुभकामना का शव’। इस कहानी की विषय-वस्तु इतनी भीषण है कि इसे पढ़ते हुए आप सिहर उठते हैं।Read more