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राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, ज्ञान प्रकाश की किताब ‘आपातकाल आख्यान : इन्दिरा गांधी और लोकतंत्र की अग्निपरीक्षा’ का एक अंश जिसमें आपातकाल लगने से ठीक पहले देश में घट रही अनेक घटनाओं का वर्णन है।Read more
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राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, धार्मिक कट्टरपंथ का विरोध करने पर बांग्लादेश से निष्कासित लेखक तसलीमा नसरीन के उपन्यास ‘बेशरम’ का एक अंश जिसमें बांग्लादेश से विस्थापित एक हिन्दू लड़की की दर्दनाक कहानी है। इस उपन्यास में लेखक के बहुचर्चित उपन्यास ‘लज्जा’ के आगे की कहानी है जिसमें उन्होंने साम्प्रदायिक उन्माद और अत्याचारों के चलते विस्थापित हुए लोगों की अपनी जन्मभूमि, अपना घर छोड़कर दुनिया के अलग-अलग हिस्सों में जीवन बिताने की मजबूरी और उनकी परिस्थितियों का बेहद मार्मिक वर्णन किया है।
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नामवर सिंह की जयंती पर राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, सुमन केशरी द्वारा सम्पादित किताब ‘जेएनयू में नामवर सिंह’ का एक अंश जिसमें नामवर सिंह ने जेएनयू में भारतीय भाषा विभाग की शुरूआत से जुड़ें कुछ संस्मरण साझा किए हैं।Read more
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Posted: July 23, 2024
पैंगोंग झील का वह दुर्गम इलाका जहाँ चीन कर रहा है अनधिकृत निर्माण
लद्दाख में भारत और तिब्बत की सीमा पर स्थित पैंगोंग झील के आसपास चीन के अनधिकृत निर्माण कार्यों से यह अक्सर चर्चा में रहती है। राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, प्रबोधकुमार सान्याल के यात्रा-वृत्तान्त ‘उत्तर हिमालय चरित’ का एक अंश जिसमें इस इलाके की भौगोलिक स्थिति को समझाया गया है।Read more -
Posted: July 13, 2024
संवैधानिक सेक्युलरिज्म को दरकिनार किया जाना किसकी विफलता है?
राजकमल ब्लॉग में पढ़ें, राजीव भार्गव की किताब ‘राष्ट्र और नैतिकता : नए भारत से उठते 100 सवाल’ का एक अंश, जिसमें लेखक ने बताया है कि संवैधानिक सेक्यूलरवाद क्या है और इसे दरकिनार किए जाने से देश और समाज को किस तरह से हानि हो रही है। इस किताब में उन्होंने वर्तमान राजनीतिक-सामाजिक परिदृश्य से जुडे़ ऐसे ही अनेक सवालों को आसान शब्दों में समझाया है।Read more