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Smritipath

Author: Dhirendra Verma
Edition: 2021, Ed. 1st
Language: Hindi
Publisher: Rajkamal Prakashan
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स्मृतिपथ

स्मृतिपथ धीरेन्द्र वर्मा का सातवाँ उपन्यास है। स्मृतिपथ इस अर्थ में एक उपन्यास है कि इसमें एक कहानी है, जो कल्पना पर आधारित है परन्तु यह एक कथा इस अर्थ में नहीं है कि यह कथाक्रम के पारम्परिक परिभाषा से पृथक् और भिन्न है। इसमें जीवन के आधारभूत मूल्यों का विश्लेषण किया गया है। स्मृतिपथ की कथा का किसी देश, काल या परिस्थिति से सीधा सम्बन्ध नहीं है और इसका परिदृश्य सार्वभौमिक है।

स्मृतिपथ एक कहानी न होकर एक धारणा है जो मनुष्य के जीवन से अपरिहार्य रूप से जुड़ी हुई है। इस सम्पूर्ण सृष्टि में जहाँ भी जीवन है, सभ्यता है, वहाँ के प्राणियों को एक सशक्त ‘स्मृति’ मिली है और एक ‘पथ’ मिला है जिस पर उन्हें चलना है, और बढ़ना है। अपनी जीवनयात्रा में हमें अपने स्वविवेक से अपना मार्ग चुनकर अपने गन्‍तव्य की ओर बढ़ना होता है और इस जीवन यात्रा को हम अपनी स्मृति के कोश में संचित करते हुए अपने स्मृतिपथ पर अपने कर्मों को छायांकित करते जाते हैं जिससे हम अपने इस जीवन के भाग्य का और अपने पुनर्जन्म का निर्धारण करते हैं।

More Information
Language Hindi
Binding Hard Back
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publication Year 2021
Edition Year 2021, Ed. 1st
Pages 72p
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 1
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Dhirendra Verma

Author: Dhirendra Verma

धीरेन्द्र वर्मा 

जन्म : 27 दिसम्बर, 1936; इलाहाबाद।

शिक्षा : हिन्दी, अंग्रेजी और राजनीतिशास्त्र लेकर बी.ए., लखनऊ विश्वविद्यालय; राजनीतिशास्त्र में एम.ए., लखनऊ विश्वविद्यालय।

प्रकाशन : पिछले 50 वर्षों से साहित्य से सम्बद्ध, ‘किस्सा प्रीतम पांडे का’ पहला उपन्यास सत्तर के दशक में प्रकाशित हुआ जो हास्य व्यंग्य का एक सशक्त हस्ताक्षर बना।

तदुपरान्त हिन्दी में ‘नयी दिशा’ समेत सात उपन्यास एवं एक कहानी-संग्रह प्रकाशित, हिन्दी की सभी प्रतिष्ठित पत्रिकाओं और समाचार पत्रों में कहानियाँ एवं लेख प्रकाशित। आकाशवाणी एवं दूरदर्शन के लिए स्वतंत्र लेखन। ‘भगवतीचरण वर्मा रचनावली’ का सम्पादन।

कान्यकुब्ज डिग्री कॉलेज, लखनऊ में राजनीतिशास्त्र विभाग में प्रोफेसर के पद से सेवानिवृत्त।

सम्पर्क : चित्रलेखा, महानगर, लखनऊ।

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