Uttarayan

Author: Rangnath Tiwari
Edition: 2013, Ed. 1st
Language: Hindi
Publisher: Radhakrishna Prakashan
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Uttarayan

रवीन्द्रनाथ टैगोर हमारे लिए प्रकाश और समरसता की आस्था के जीवित प्रतीक रहे हैं। वे मुक्त पंछी के समान आँधी और तूफ़ान के बीच शाश्वत-काल के संगीत की रचना करते रहे हैं। उनकी उत्कृष्ट कला कभी भी स्वतंत्रता के हित में मानवीय संकटों और जनता के वीरतापूर्ण संघर्षों के प्रति उदासीन नहीं रही। जैसा कि महात्मा गांधी ने कहा है—वे महान प्रहरी हैं। टैगोर ने संकट के क्षणों में अपने देशवासियों और दुनिया की स्पष्ट और निर्भय दृष्टि से पहरेदारी की है। हम आज जो कुछ भी हैं और जो कुछ हमने सीखा है, वह सब उनकी कविता और प्रेम की अजस्र सरिता से अभिसिंचित हैं या जुड़े हुए हैं।

—रोमां रोलां

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Language Hindi
Binding Hard Back
Publication Year 2013
Edition Year 2013, Ed. 1st
Pages 392p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Radhakrishna Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 2.5
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Rangnath Tiwari

Author: Rangnath Tiwari

रंगनाथ तिवारी

जन्म : 21 जनवरी, 1933; सोलापुर।

शिक्षा : एम.ए. हिन्दी, पुणे विद्यापीठ (1959)।

प्रमुख कृतियाँ : मराठी में आठ पुस्तकें प्रकाशित। हिन्दी में ‘चलो यहाँ से चलें’, ‘देवगिरि बिलावल’, ‘सरधाना की बेगम’।

अनुवाद : मराठी से हिन्दी अनुवाद ‘विढार’ (भालचन्द्र नेमाड़े) सहित अनेक महत्त्वपूर्ण पुस्तकों का हिन्दी में अनुवाद।

सम्मान : ‘देवगिरि बिलावल’ (ऐतिहासिक मराठी उपन्यास) महाराष्ट्र शासन का ‘श्री.ह.ना. आप्टे पुरस्कार’, ‘बेगम समरू’ (मराठी उपन्यास) महाराष्ट्र शासन का ‘श्री.वि.स. खांडेकर पुरस्कार’, ‘श्री भैरूरतन दमाणी पुरस्कार’, ‘तुळसाबाई सोमाणी पुरस्कार’, ‘काया परकाया’ (मराठी नाटक) महाराष्ट्र शासन का ‘नाट्य विषयक पुरस्कार’।

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