कन्नड़ कहानी को कथ्य और शिल्प दोनों स्तरों पर एक नया मोड़ देने का श्रेय यू.आर. अनन्तमूर्ति को ही जाता है। उनकी कहानियाँ समस्याओं के समाधान नहीं बतातीं, बल्कि उनके परिवेश और परिस्थितियों का उद्घाटन करती हैं और हमें एक ज्‍़यादा प्रकाशमान संसार में लेकर जाती हैं जहाँ हम अपनी दुनिया की जटिलताओं को बेहतर ढंग से देख और समझ सकते हैं।

बौद्धिक, नैतिक और भावनात्मक अन्वेषण पर केन्द्रित यू.आर. अनन्तमूर्ति की कहानियाँ एक विमर्श की रचना करती हैं। प्रस्तुत संग्रह की शीर्षक कहानी 'आकाश और बिल्ली' को सिर्फ़ कन्नड़ ही नहीं, सभी भारतीय भाषाओँ की श्रेष्ठ कथा रचनाओं में स्थान प्राप्त है जिसके अंग्रेज़ी सहित अन्य भाषाओँ में भी अनुवाद हो चुके हैं।

संग्रह में शामिल अन्य कहानियाँ, यथा—'क्लिप जॉइंट', 'सूखा', 'आक्रमण', 'रूथ और रसूल', 'अपूर्व' आदि भी यू.आर. अनन्तमूर्ति की कथा-तकनीक और उनकी आधारभूत लेखकीय चिन्ताओं को अभिव्यक्ति देती हैं।

कहना ज़रूरी नहीं कि हमारे समय के शीर्षस्थ भारतीय लेखकों में अग्रगण्य यू.आर. अनन्तमूर्ति की ये कहानियाँ हिन्दी पाठकों को एक नए आस्वाद और भावलोक से परिचित कराती हैं।

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Language Hindi
Format Hard Back
Publication Year 1985
Edition Year 2011, Ed. 3rd
Pages 208p
Translator B. R. Narayan
Editor Not Selected
Publisher Radhakrishna Prakashan
Dimensions 21.5 X 14 X 1
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U.R. Ananthamurthy

Author: U.R. Ananthamurthy

यू.आर. अनन्तमूर्ति

जन्म : 21 दिसम्बर, 1932; मिलिगे नामक गाँव, जिला—शिमोगा (कर्नाटक) में।

शिक्षा : मैसूर विश्वविद्यालय से अंग्रेज़ी साहित्य में एम.ए. और बर्मिंघम विश्वविद्यालय (इंग्लैंड) से पीएच.डी.।

कन्नड़ के प्रख्यात उपन्यासकार और कथा-लेखक। यदा-कदा कविताओं की भी रचना।

सन् 1975 में आयोवा विश्वविद्यालय, 1978 में तुफ्त्स विश्वविद्यालय (अमेरिका) में विज़िटिंग प्रोफ़ेसर और 1985 में आयोवा विश्वविद्यालय द्वारा आयोजित अन्तरराष्ट्रीय लेखक सम्मेलन में हिस्सेदारी। सन् 1987 से 1991 तक महात्मा गांधी विश्वविद्यालय, कोट्टायम के उप-कुलपति और सन् 1980-1992 के बीच मैसूर विश्वविद्यालय में अंग्रेज़ी के प्रोफ़ेसर-पद पर कार्य। ‘नेशनल बुक ट्रस्ट’, नई दिल्ली के चेयरमैन और ‘साहित्य अकादेमी’ के अध्यक्ष-पद पर भी कार्यरत रहे।

‘भारतीय ज्ञानपीठ’ सहित साहित्य, संस्कृति और फ़िल्म क्षेत्र के अनेक प्रतिष्ठित पुरस्कारों से सम्मानित। देश-विदेश में आयोजित अनेक साहित्य-सम्मेलनों में व्याख्यान और अनेक संस्थाओं की मानद सदस्यता। ‘अवस्था’, ‘संस्कार’ आदि उपन्यासों पर फ़िल्मों का निर्माण। अंग्रेज़ी, रूसी, फ़्रेंच, हंगेरियन, हिन्दी, बांग्ला, मलयालम, मराठी, गुजराती आदि भाषाओं में रचनाओं का अनुवाद।

हिन्दी में अनूदित कृतियाँ : ‘संस्कार’, ‘अवस्था’, ‘भारतीपुर’ (उपन्यास); ‘घटश्राद्ध’, ‘आकाश और बिल्ली’ (कहानी-संग्रह); ‘किस प्रकार की है यह भारतीयता’ (निबन्ध)।

निधन: 22 अगस्त, 2014

 

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