Facebook Pixel

Fir Ugana-E-Book

Author: Parwati Tirkey
ISBN: 9788195948499
Edition: 2024, Ed. 2nd
Language: Hindi
Publisher: Radhakrishna Prakashan
Special Price ₹149.25 Regular Price ₹199.00
25% Off
In stock
SKU
9788195948499-ebook

Buying Options

Ebook

More Information
Language Hindi
Binding Paper Back
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publication Year 2023
Edition Year 2024, Ed. 2nd
Pages 128p
Price ₹199.00
Publisher Radhakrishna Prakashan
Dimensions 19.5 X 12 X 1
Write Your Own Review
You're reviewing:Fir Ugana-E-Book
Your Rating
Parwati Tirkey

Author: Parwati Tirkey

पार्वती तिर्की

झारखंड के गुमला शहर में 16 जनवरी 1994 को जन्मी पार्वती त‌िर्की की आरम्भिक शिक्षा गुमला के ही जवाहर नवोदय विद्यालय में हुई। इसके बाद उन्होंने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी से स्नातक और स्नातकोत्तर शिक्षा हास‌िल की और वहीं के हिन्दी विभाग से ‘कुडुख आदिवासी गीत : जीवन राग और जीवन संघर्ष’ विषय पर पी-एच.डी. की डिग्री ली।

कविता और लोकगीतों में उनकी विशेष अभिरुचि है। कहानियाँ भी लिखती हैं। एक कहानी ‘गिदनी’ ‘वागर्थ’ पत्रिका में छप चुकी है। ‘इंद्रधनुष’, ‘सदानीरा’, ‘समकालीन जनमत’, ‘हिन्दवी’, ‘प्रगतिशील हाँक’ आदि वेबपत्रिकाओं और ‘कृति बहुमत’, ‘देशज समकालीन’, ‘सदानीरा’ (एंथ्रोपोसीन अंक) आदि पत्र‌िकाओं में कविताएँ प्रकाशित हो चुकी हैं।

‘फिर उगना’ पार्वती त‌िर्की का पहला कविता-संग्रह है।

फिलहाल राँची विश्वविद्यालय, राँची के राम लखन सिंह यादव कॉलेज, हिन्दी विभाग में सहायक प्राध्यापक हैं।

ईमेल : ptirkey333@gmail.com

Read More
Books by this Author
New Releases
Back to Top