Sahitya Aur Samiksha

Author: Rajnath
Edition: 2024, Ed. 1st
Language: Hindi
Publisher: Rajkamal Prakashan
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Sahitya Aur Samiksha
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‘साहित्य और समीक्षा’ में किसी एक लेखक या आलोचक के कृतित्व पर विचार नहीं किया गया है। लेखक ने इस पुस्तक में साहित्य और समालोचना से जुड़ी कुछ ऐसे बिन्दुओं और समस्याओं पर विचार किया है जो किसी भी भाषा के साहित्य को समझने के लिए जरूरी हैं। राजनाथ अंग्रेजी साहित्य और पाश्चात्य साहित्य-आलोचना के मर्मज्ञ विद्वान हैं। पाश्चात्य साहित्य-समीक्षा के सन्दर्भ में लिखे गए उनके ये लेख साहित्य के अध्ययन, अध्यापन और विश्लेषण के विभिन्न आयामों पर विचार करते हैं।

पुस्तक में संकलित समीक्षात्मक निबंधों में ​साहित्य के विश्लेषण और मूल्यांकन पर सर्वाधिक बल दिया गया है। साहित्य, सिद्धान्त और आलोचना के क्षेत्र में काम करने वाले अध्येताओं के अलावा शोधार्थियों, अध्यापकों और छात्रों के लिए भी यह एक महत्त्वपूर्ण पुस्तक साबित होगी।

More Information
Language Hindi
Binding Hard Back
Publication Year 2024
Edition Year 2024, Ed. 1st
Pages 168p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 2
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Author: Rajnath

राजनाथ

राजनाथ ने काशी हिन्दू विश्वविद्यालय और अमेरिका के न्यूयार्क विश्वविद्यालय में अध्ययन किया। लीड्स विश्वविद्यालय से उन्होंने पी-एच.डी. की उपाधि प्राप्त की। अंग्रेजी विभाग, इलाहाबाद विश्वविद्यालय में प्रोफेसर व अध्यक्ष रहे। समीक्षाशास्त्र पर उनका विशेष अध्ययन है। उनकी प्रमुख पुस्तकें हैं—‘टी.एस. इलियट’स थ्योरी ऑफ पोयट्री’, ‘क्रिटिकिल स्पेकुलेशन्स’, ‘डिकन्स्ट्रक्शन : ए क्रिटीक’ ‘क्रिटिसिज्म एण्ड कल्चर’, ‘द आइडेंटिटी ऑफ लिट्रेचर’, ‘पोस्टकोलोनियल क्रिटिसिज्म एण्ड थ्योरी : ए क्रिटीक’। अंग्रेजी में उनके अनेक शोध लेख प्रकाशित हो चुके हैं। हिन्दी के अतिरिक्त कन्नड़ में भी उनके लेख अनूदित हुए हैं। उन्होंने अन्तरराष्ट्रीय शोध पत्रिका ‘जर्नल ऑफ लिटरेरी क्रिटिसिज्म’ का लगभग 25 वर्षों तक सम्पादन किया है। उन्हें ब्रिटिश काउंसिल स्कॉलरशिप, सीनियर फुलब्राइट फेलोशिप और अमेरिकन रिसर्च फेलोशिप मिल चुकी हैं।

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