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Rajbhasha Sahuliyatkar-E-Book

ISBN: 9788119092949
Edition: 2024, Ed. 2nd
Language: Hindi
Publisher: Radhakrishna Prakashan
Special Price ₹562.50 Regular Price ₹750.00
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9788119092949-ebook

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Language Hindi
Binding Paper Back
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publication Year 2023
Edition Year 2024, Ed. 2nd
Pages 504p
Price ₹750.00
Publisher Radhakrishna Prakashan
Dimensions 22 X 14 X 2
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Dr. V. Venkateswara Rao

Author: Dr. V. Venkateswara Rao

डॉ. वी. वेंकटेश्वर

डॉ. वी. वेंकटेश्वर राव का जन्म 24 अगस्त, 1957 को तूटिकुंट्ला, तेलंगाना में हुआ। उन्होंने उस्मानिया विश्वविद्यालय, हैदराबाद से हिन्दी में पी-एच.डी. और पी.जी.डी. की।

उन्होंने दक्षिण मध्य रेलवे और पूर्व सिंडिकेट बैंक (इसका विलयन केनरा बैंक के साथ हुआ) में राजभाषा विशेषज्ञ पद पर 33 वर्षों तक कार्य किया।

सिंडिकेट बैंक में अपने कार्यकाल में उन्होंने बैंक के लिए ‘हिन्दी लिखें, पढ़ें और बोलें’, ‘आइए : प्रान्तीय भाषा में बात करें’ (दो खंड), ‘अंग्रेजी-हिन्दी शब्दावली डेस्क पुस्तिका’, ‘हिन्दी के विकास में कर्नाटक का योगदान’, ‘वैकल्पिक वितरण चैनल : बैंकों और ग्राहकों के लिए वरदान और चुनौती’, ‘सामाजिक और आर्थिक विकास में सरकार की विभिन्न पहल’ पुस्तकों का लेखन और सम्पादन किया।

राजभाषा प्रबंधन, प्रयोजनमूलक हिन्दी (डॉ. बी.आर. अंबेडकर सार्वत्रिक विश्वविद्यालय, हैदराबाद के स्नातक पाठ्यक्रम में शामिल इकाई), पुस्तकालय, हिन्दी प्रशिक्षण, हिन्दी के विकास में हिन्दीतर भाषियों का योगदान, अनुवाद परिचय जैसे विषयों पर उनके कई आलेख प्रकाशित और आकाशवाणी से प्रसारित हुए हैं।

उनके राजभाषा प्रभारी रहते राजभाषा कार्यान्वयन के सक्रिय प्रबंधन के फलस्वरूप सिंडिकेट बैंक को 38 राजभाषा पुरस्कार मिले; यथा : 3 राजभाषा कीर्ति पुरस्कार, 10 क्षेत्रीय राजभाषा शील्ड (गृह मंत्रालय), दो राज्य स्तरीय राजभाषा शील्ड (राज्य स्तरीय बैंकर्स समिति), 3 भारतीय रिजर्व बैंक पुरस्कार (हिन्दी गृह पत्रिका), 14 नगर राजभाषा स्तरीय शील्ड, 2 राजभाषा सेवा संस्थान पुरस्कार, दिल्ली; 3 परिवर्तन जनकल्याण समिति पुरस्कार और राष्ट्रभारती पुरस्कार, हैदराबाद। इनके अतिरिक्त 15 अन्तरा बैंक राजभाषा शील्ड भी प्राप्त हुई।

वे बैंक से सहायक महाप्रबन्धक पद से सेवानिवृत्त हुए।

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