Mera Daghestan

Author: R. Hamzatov
Translator: Madan Lal Madhu
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Mera Daghestan

प्रगीतात्मक शैली में लिखे गए इस उपन्यास में कथानक का कोई सुनिश्चित ढाँचा नहीं है। क़िस्सागोई की शैली को एक नया आयाम देनेवाली यह अनूठी कृति एक हद तक आत्मकथात्मक है, यह जीवनानुभवों का संस्मरणात्मक ब्योरा है, कहीं यह एकालाप जैसी है तो कहीं-कहीं आत्मस्वीकृतियों का रूप ले लेती है। ...धीरे-धीरे, और मानो अनजाने ही, रसूल हमजातोव की प्रस्तावित पुस्तक की ‘प्रस्तावना’ मातृभूमि, उसे प्यार करनेवाले बेटे के रवैये, कवि के दिलचस्प और कठिन कर्तव्य, उससे कुछ कम कठिन और कम दिलचस्प न होनेवाले नागरिक के कर्तव्य से सम्बन्धित अपने में सम्पूर्ण और सारगर्भित पुस्तक का रूप ले लेती है।

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Language Hindi
Format Paper Back
Publication Year 2007
Edition Year 2007, Ed. 1st
Pages 435p
Translator Madan Lal Madhu
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 21.5 X 14 X 2
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Author: R. Hamzatov

रसूल हमज़ातोव

रसूल हमज़ातोव का जन्‍म 8 सितम्‍बर, 1923 को उत्तर-पूर्वी काकेसस के एक अवार गाँव तसादासा में हुआ। उनके पिता हमज़ात तसादासा एक अवार लोक कवि थे। रसूल हमज़ातोव अवार बोली के प्रसिद्ध कवियों में गिने जाते हैं। उनकी कविता ‘ज़ुरावली’ सारे रूस में गाई जाती है। वे ‘द स्टेट स्टालिन प्राइज़’, ‘द लैनिन प्राइज़’, ‘लार्रीएट ऑफ़ द इंटरनेशनल बोतेव प्राइज़’ आदि पुरस्‍कारों से सम्‍मानित किए गए। उनकी सर्वाधिक महत्‍त्‍वपूर्ण कृति है—‘मेरा दाग़िस्‍तान’। 3 नवम्‍बर, 2003 को रूस के मास्‍को में उनका निधन हुआ।

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