Lok Ka Prabhash

Editor: Rambahadur Rai
As low as ₹225.00 Regular Price ₹250.00
You Save 10%
In stock
Only %1 left
SKU
Lok Ka Prabhash
- +

प्रभाष जोशी ने हिन्दी पत्रकारिता को नए मुक़ाम तक पहुँचाया। शब्द और कर्म की एकता के विश्वासी प्रभाष जोशी ने जन-सम्बद्ध पत्रकारिता के एक नए दौर की शुरुआत की। उनके द्वारा सम्पादित 'जनसत्ता' अपने समय की जन-संवेदना का नायाब दस्तावेज़ है।

हिन्दी पत्रकारिता के विकास में ऐतिहासिक भूमिका निभानेवाले प्रभाष जोशी के जीवन की यह कहानी उनके समय की भी कहानी है, क्योंकि उनके लिखने और जीने की एक ही मंज़िल थी—लोक-सम्बद्धता।

इस लोक-सम्बद्ध व्यक्तित्व की जीवन-गाथा के अनेक पड़ाव हैं। इस जीवनी में आपको उन पड़ावों का विस्तृत और प्रामाणिक विवरण मिलेगा। प्रभाष जी के व्यक्तिगत जीवन के अनजाने प्रसंगों से आप रू-ब-रू होंगे। उनके सार्वजनिक जीवन के निर्भय सोच के सन्दर्भों से आप अवगत होंगे।

हिन्दी के जीवनी साहित्य की परम्परा में प्रभाष जी की यह शोधपरक जीवनी एक नई पहल है। प्रभाष जी की लोक-सम्बद्ध जीवन-दृष्टि को समझने और उसका विस्तार करने में यह जीवनी महत्त्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।

More Information
Language Hindi
Format Hard Back, Paper Back
Publication Year 2017
Edition Year 2017, Ed. 1st
Pages 312p
Translator Not Selected
Editor Rambahadur Rai
Publisher Rajkamal Prakashan
Write Your Own Review
You're reviewing:Lok Ka Prabhash
Your Rating
Ramashankar Kushwaha

Author: Ramashankar Kushwaha

रामाशंकर कुशवाहा

7 जुलाई, 1980 में ग़ाज़ीपुर ज़िले (उत्तर प्रदेश) के धर्मागतपुर ग्रामसभा में जन्म।

प्राथमिक शिक्षा गाँव में। स्नातक बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से।

सम्प्रति : दयाल सिंह महाविद्यालय (दिल्ली विश्वविद्यालय) में सहायक प्राध्यापक के पद पर कार्यरत।

Read More
Books by this Author
Back to Top