Arjun Singh : Ek Sahayatri Itihaas ka

Author: Ramsharan Joshi
You Save 10%
Out of stock
Only %1 left
SKU
Arjun Singh : Ek Sahayatri Itihaas ka

जीवनी : चुरहट से दिल्ली तक देश के किसी विख्यात व जीवित राजनेता की जीवनी लिखना जोखिम-भरा काम है। जब जीवनी का नायक अर्जुन सिंह जैसा राष्ट्रीय नेता रहे, तब खंडन-मंडन की सम्भावना सतत रहेगी। केन्द्र व मध्य प्रदेश के विभिन्न मंत्री पदों और पंजाब के राज्यपाल पद पर रहनेवाले सिंह नेहरू-इन्दिरा काल के उन चन्द नेताओं में से एक थे जिनकी धर्मनिरपेक्षता, बहुलतावाद और समाजवाद में अभेद्य आस्था थी। वैश्वीकरण व एकलध्रुवीय व्यवस्था के दबावों के बावजूद सिंह ने राष्ट्रीय सम्प्रभुता को सर्वोच्च प्राथमिकता पर रखा। उन्होंने अपनी प्रतिबद्धताओं की राजनीतिक क़ीमत भी चुकाई।

वे विवादों और उपेक्षाओं के भी शिकार हुए लेकिन अपने संकल्प-पथ से डिगे नहीं। सिंह ने अपनी विफलताओं व उपलब्धियों के साथ अपना जीवन जिया। यह जीवनी चुरहट से दिल्ली तक की यात्रा तय करनेवाले पथिक अर्जुन सिंह के राजनीतिक बसन्त व पतझड़ की यथार्थपरक कहानी है।

More Information
Language Hindi
Format Hard Back, Paper Back
Edition Year 2009
Pages 480p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22.5 X 14.5 X 3.5
Write Your Own Review
You're reviewing:Arjun Singh : Ek Sahayatri Itihaas ka
Your Rating
Ramsharan Joshi

Author: Ramsharan Joshi

रामशरण जोशी

6 मार्च, 1944 में अलवर (राजस्थान) में जन्मे रामशरण जोशी पेशे से पत्रकार, सम्पादक, समाजविज्ञानी और मीडिया के अध्यापक रहे हैं। भारतीय जनसंचार संस्थान में विजिटिंग प्रोफ़ेसर। 1999 से 2004 तक माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय में पूर्णकालिक प्रोफ़ेसर और कार्यपालक निदेशक के पद पर कार्यरत रहे। आप राष्ट्रीय बाल भवन के अध्यक्ष और केन्द्रीय हिन्दी संस्थान के उपाध्यक्ष भी रहे हैं। महात्मा गांधी अन्तरराष्ट्रीय हिन्दी विश्वविद्यालय, वर्धा में विजिटिंग प्रोफ़ेसर रहे हैं। आपकी प्रमुख कृतियाँ हैं—'आदमी, बैल और सपने’, 'आदिवासी समाज और विमर्श’, '21वीं सदी के संकट’, 'मीडिया विमर्श’, ‘यादों का लाल गलियारा : दंतेवाड़ा’, ‘मैं बोनसाई अपने समय का’,  आदि।

आपको बिहार सरकार द्वारा 'राजेन्द्र माथुर राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार’, मध्य प्रदेश सरकार का 'राष्ट्रीय शरद जोशी सम्मान’, हिन्दी अकादमी, दिल्ली द्वारा 'पत्रकारिता सम्मान’, 'गणेश शंकर विद्यार्थी साम्प्रदायिक सौहार्द पुरस्कार’ से सम्मानित किया जा चुका है। फ़िलहाल नई दिल्ली में परिवार के साथ रहते हुए स्वतंत्र लेखन कर रहे हैं।

सम्‍पर्क : joshisharan1@gmail.com

Read More
Books by this Author
Back to Top