Raho Tum Nakshatra Ki Tarah

Poetry
Author: Monalisa Zena
Translator: Dushyant
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Raho Tum Nakshatra Ki Tarah
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‘भारतीय भाषाओं की विचार-सम्पदा, सृजन-सम्पदा, कला-चिन्तन आदि हिन्दी में लगातार प्रस्तुत करना रज़ा पुस्तक माला का एक ज़रूरी हिस्सा है। सौभाग्य से हिन्दी में दूसरी भाषाओं के प्रति खुलेपन और ग्रहणशीलता की लम्बी परम्परा रही है। हमारा प्रयत्न अपने समय और परिसर में इस परम्परा को सजीव-सशक्त बनाने का है। मोनालिसा ज़ेना ओड़िया की समकालीन कवयित्री हैं : उनकी कविता की सहज ऐन्द्रियता और निर्भीकता, प्रेम का उनका निस्संकोच अन्वेषण, परम्परा से उलझने का उनका जीवट आदि ऐसे गुण हैं जो उनकी कविता को, कई अर्थों में, विशिष्ट बनाते हैं। उनका हिन्दी अनुवाद में यह संग्रह हम सहर्ष प्रस्तुत कर रहे हैं।”

—अशोक वाजपेयी

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Language Hindi
Format Hard Back, Paper Back
Publication Year 2018
Edition Year 2018, Ed. 1st
Pages 123p
Translator Dushyant
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 21.5 X 14 X 1.2
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Editorial Review

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Monalisa Zena

Author: Monalisa Zena

मोनालिसा ज़ेना

मोनालिसा ज़ेना ओड़िया की जानी-मानी कथाकार, कवयित्री एवं अनुवादक हैं। उन्होंने अर्थशास्त्र में स्नातक के बाद एम.बी.ए. की पढ़ाई की है। 

तीन कविता-संग्रह, दो कहानी-संग्रह, रमाकान्त रथ की जीवनी, बिपिन बिहारी चौधरी के जीवन पर मोनोग्राफ़ और अनुवाद की नौ किताबों सहित विपुल लेखन करनेवाली मोनालिसा ज़ेना को उनके लेखन तथा अनुवाद के लिए ‘ओडिशा साहित्य अकादेमी पुरस्कार’ तथा ‘केन्द्रीय साहित्य अकादेमी पुरस्कार’ सहित अनेक सम्मान, पुरस्कार मिले हैं।

उल्लेखनीय है कि उन्होंने अनुवाद में मुख्यत: कई असमी किताबों का ओड़िया में अनुवाद किया है। 

हाल ही में उनकी ओड़िया से अंग्रेज़ी अनुवाद की दो किताबें प्रकाशित हुई हैं। 

ई-मेल : monalisa_jena@yahoo.com

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