Facebook Pixel

Hindi Kahani : Prakriya Aur Path-Hard Cover

Special Price ₹590.75 Regular Price ₹695.00
15% Off
In stock
SKU
9788171192465
- +
Share:
Codicon

कहानी को रचनाकर्म के साथ-साथ जीवन से जुड़ा मानकर लेखक एक निरन्तरता में इन्हें देखने की चेष्टा करता है। बदलती हुई प्रवृत्तियों और प्रक्रियाओं को वह इसका बाधक भी नहीं मानता है। उसका विश्वास है कि अनुभव की संश्लिष्टता ही रचना में आकर अपना अर्थ भी खोलती है और स्वयं उस अनुभव को भी बड़ा बनाती है।

अपनी प्रथम पुस्तक में उसकी यह शुरुआत हिन्दी आलोचना में चर्चा का विषय बन गई थी। ‘नई कहानी’ के उस दौर में इस पुस्तक के सम्बन्ध में यह चर्चा कम उत्साहवर्द्धक न थी।

वर्षों बाद भी लेखक की यह पुस्तक अपनी प्रासंगिकता ही बनाए नहीं रखती, बल्कि बदलते हुए इस कथा-दौर में कुछ पूर्वाशित प्रश्न खड़े करने के लिए भी स्मरण की जाती रही है। पाठ भाग में एक कहानी भी जोड़ी गई है। संक्षेप में कहा जाए तो हिन्दी कहानी की रचना-प्रक्रिया पर यह एक मुकम्मल किताब है।

More Information
Language Hindi
Binding Hard Back
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publication Year 1995
Edition Year 2024, Ed. 3rd
Pages 164p
Price ₹695.00
Publisher Radhakrishna Prakashan
Dimensions 22 X 14 X 1
Write Your Own Review
You're reviewing:Hindi Kahani : Prakriya Aur Path-Hard Cover
Your Rating

Author: Surendra Chaudhary

सुरेन्द्र चौधरी

जन्म : जून, 1933, गया (बिहार)।

शिक्षा : एम.ए., पीएच.डी.।

सन् 1959 से विधिवत् लेखन-कार्य। 1963 में ‘हिन्दी कहानी : प्रक्रिया और पाठ’ का लेखन। 1988 में ‘भारतीय साहित्य के निर्माता : रेणु’ शीर्षक पुस्तक साहित्य अकादेमी (नई दिल्ली) से प्रकाशित।

अनगिनत लेख हिन्दी पत्रों में प्रकाशित। कुछ अंग्रेज़ी लेखों का भी प्रकाशन। ‘लहर’, ‘कल्पना’, ‘कथा’, ‘अकथ’, ‘आरम्भ’, ‘अब’ आदि के साथ कहानी में लेखन।

गया कॉलेज, गया के स्नातकोत्तर हिन्दी विभाग में आचार्य एवं अध्यक्ष रहे।

निधन : 9 मई, 2001

Read More
Books by this Author
New Releases
Back to Top