Chatushkon Evam Anya Natak-Hard Cover

Author: Vratya Basu
Translator: Soma bandyopadhyay
Special Price ₹382.50 Regular Price ₹450.00
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ISBN:9788126726820
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9788126726820
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नई शताब्दी में बांग्ला नाट्याकाश में जिन नवीन नक्षत्रों का उदय हुआ है, व्रात्य बासु उनमें श्रेष्ठतम हैं। नाटककार, निर्देशक एवं अभिनेता—इन तीनों रूपों में उन्होंने आम जनता एवं बुद्धिजीवियों के मन-मस्तिष्क पर अपने चिन्तन एवं बुद्धिमत्ता की गहरी और स्थायी छाप छोड़ी है। व्रात्य का परिचय बांग्ला थिएटर के एकनिष्ठ संस्कृतिकर्मी के रूप में है। वे इस समय के जनसमादृत नाटककार हैं। राजनीतिक फैंटेसी, प्रकृति एवं मनुष्य तथा मनुष्य और मनुष्य के बीच के सम्बन्ध, कला और जीवन के मध्य का सम्बन्ध मूल्यबोधहीनता, क्रान्ति और प्रेम के बीच का द्वन्द्व, समय, सभ्यता एवं संस्कृति के बीच का द्वन्द्व आदि विविध समकालीन विषयों पर रचित व्रात्य बासु के नाटक जिस प्रकार एक के बाद एक सफलता के साथ मंचस्थ हुए हैं, उसी प्रकार उन्होंने आलोचकों के मन में भी जगह बनाई है।

इस पुस्तक में चार नाटक हैं, जिनमें आज का समय एवं मनुष्य के भीतर का अन्तर्द्वन्द्व मुखर हुआ है। यह समय अपनी सारी कुटिलताओं और अच्छाइयों के साथ इन नाटकों में उपस्थित है। व्रात्य बासु के ये नाटक निःसन्देह आज के समय की अमूल्य निधि हैं।

More Information
Language Hindi
Format Hard Back
Publication Year 2014
Edition Year 2014, Ed. 1st
Pages 204p
Price ₹450.00
Translator Soma bandyopadhyay
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 2
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Vratya Basu

Author: Vratya Basu

व्रात्य बसु

साहित्य अकादेमी पुरस्कार, 2021 से पुरस्कृत बांग्ला लेखक व्रात्य बसु का जन्म 25 सितम्बर, 1969 को कोलकाता में हुआ। वे अध्यापक, नाट्य निर्देशक, अभिनेता, फिल्म निर्देशक, नाटककार, उपन्यासकार, कवि, निबंधकार, अनुवादक, गीतकार और सम्पादक हैं। वे ‘व्रात्यजन’ नाट्य-आन्दोलन के कर्णधार भी हैं। उनके द्वारा निर्देशित फिल्में हैं रास्ता (2003), तीस्ता (2005), तारा (2010), डिक्शनरी (2021), हुब्बा (निर्माणाधीन)।
उन्हें ए.बी.पी. आनंद के ‘सेरा बंगाली सम्मान, 2019’, बांग्ला नाटक के क्षेत्र में मिलने वाले सर्वश्रेष्ठ सम्मान ‘दीनबंधु मित्र सम्मान’, बांग्ला साहित्य में योगदान के लिए ‘गजेंद्र कुमार मित्र-सुमथनाथ घोष सम्मान’ से सम्मानित किया गया है। डिक्शनरी फिल्म के लिए उन्हें ‘गौतम बुद्ध’ सम्मान प्राप्त हुआ है।
वर्तमान में वे पश्चिम बंगाल सरकार में मंत्री हैं।

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