Wheelchair Par Rashtrapati

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Wheelchair Par Rashtrapati

यदि बीसवीं सदी के शक्तिशाली राजनेताओं के व्यक्तित्व व कृतित्व का तुलनात्मक अध्ययन किया जाए तो फ्रैंकलीन डिलानो रूजवेल्ट निर्विवाद रूप से श्रेष्ठतम माने जाएँगे। प्रथम विश्वयुद्ध में अमेरिकी नौसेना के सहायक सचिव के रूप में और द्वितीय विश्वयुद्ध में अमेरिकी राष्ट्रपति के रूप में उनका योगदान अविस्मरणीय है। विकलांगता के आघात से उबरकर उन्होंने देश को पहले आर्थिक रूप से और फिर सामरिक रूप से सशक्त किया। उन्होंने युद्ध और शान्ति दोनों का दायित्व बड़ी कुशलता और सूझ-बूझ से निभाया। अपने विरोधियों का दमन करने और कमज़ोर वर्ग का उद्धार करने में उन्होंने हमेशा तत्परता दिखलाई। उनकी सामाजिक सुरक्षा योजना आज भी आदर्श मानी जाती है।

—राजेन्द्र प्रसाद मिश्र

More Information
Language Hindi
Format Hard Back
Publication Year 2005
Edition Year 2005, Ed. 1st
Pages 139p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Radhakrishna Prakashan
Dimensions 22.5 X 14 X 1
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Vinod Kumar Mishra

Author: Vinod Kumar Mishra

विनोद कुमार मिश्र

जन्म : 12 जनवरी, 1960, इटावा (उ.प्र.)।

शिक्षा : विकलांग होने के बावजूद हाईस्कूल तथा इंटरमीडिएट की परिक्षाएँ प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की। सन् 1983 में रुड़की विश्वविद्यालय से इंजीनियरिंग की उपाधि प्राप्त कर सेंट्रल इलेक्ट्रॉनिक्स लिमिटेड (सी.ई.एल.) में सहायक अभियन्ता के रूप में नियुक्त हुए। विभिन्न विभागों में काम करते हुए आजकल वरिष्ठ तकनीकी प्रबन्धक के रूप में काम कर रहे हैं।

अब तक कुल 30 पुस्तकें (17 विकलांगता सम्बन्धी तथा 11 विज्ञान सम्बन्धी) प्रकाशित। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में लगभग 300 लेख प्रकाशित।

पुरस्कार : सन् 1996 में राष्ट्रपति पदक, 2001 में ‘हिन्दी अकादमी सम्मान’ तथा योजना आयोग द्वारा ‘कौटिल्य पुरस्कार’। सन् 2003 में अपारम्परिक ऊर्जा स्रोत मंत्रालय द्वारा ‘प्राकृतिक ऊर्जा पुरस्कार’, 2004 में राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग द्वारा ‘सृजनात्मक लेखक पुरस्कार’, विज्ञान व प्रौद्योगिकी मंत्रालय द्वारा ‘डॉ. मेघनाद साहा पुरस्कार’ तथा महासागर विकास मंत्रालय द्वारा ‘हिन्दी लेखन पुरस्कार’।

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