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Muhavare Ki Maut

Author: Anurag Anant
Edition: 2025, Ed. 1st
Language: Hindi
Publisher: Lokbharti Prakashan
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Muhavare Ki Maut

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अनुराग अनन्त की कहानियों की विशिष्टता यह है कि वह कथा के लिए किसी ‘बाहरी अन्य’ पर निर्भर नहीं हैं। अपनी निर्मिति, अपनी गति, विवरण, अपनी आख्यानात्मकता के स्थापत्य और उसके ‘इंटीरियर’ (आन्तरिकता) को बनाने के लिए सारे जरूरी पदार्थ या सामग्री वह अपने ही भीतर से जुटाती और गढ़ती हैं। ‘­­­मुहावरे की मौत’ की कई कहानियाँ ऐसी हैं, जो कहानी के कहानी होने का ही विध्वंस करती हैं और अपनी मौलिकता के जादुई सम्मोहन से वास्तविक जीवन का सच अर्जित करने का विरल और दुष्कर प्रयत्न एक सतत विरोधाभासी सहजता के साथ करती हैं। ये कहानियाँ आज की और सम्भवतः भविष्य की कहानी को, कहानी से मुक्ति की कहानियाँ होने का आसन्न संकेत देती हैं।

इस संग्रह की कोई भी एक कहानी उठाइए, मसलन पहली ही कहानी, जिसका शीर्षक है ‘त्रासदी का सिद्धान्त’ और इसके पाठ (टेक्स्ट) के किसी भी वाक्य या पैराग्राफ के किसी भी एक बिन्दु पर कलम या कर्सर रख दीजिए, फिर देखिए। एक साथ कई-कई संस्तरों, कई परतों में एक अकेले व्यक्ति के जीवन के कई प्रारूप जन्म लेने लगते हैं। स्मृति, अनुभव, सिनेमा, विभ्रम, अवसन्नता, जागृति, मूर्च्छा, नींद, कविता, कैनवास, सैरा, परिवार, समय, समाज, वर्चुअल, रियल, सत्य, असत्य, सूचना, अफवाह आदि आदि...। सब के सब एक दूसरे में घुलते-पिघलते हुए। एक अजब काइनेटिक फर्मेंटेशन। कोई हतप्रभ करता, आँखें खोलता, पीड़ित और सुखद एक साथ करता हुआ निरन्तर बदलता गतिशील विन्यास। किसी भी शहर का नाम लो, हर शहर के एक अकेले जीवन की ऐसी कहानियाँ, जिनके दिल में एक सुराख है, एक गहरा कुआँ, ऐसी कहानियाँ जिन्हें नींद नहीं आती, जो सपनों को खाती हैं और आँसुओं को पीती हैं, जो अचानक अपने गद्य को त्याग कर कविता बन जाती हैं, फिर उसे भी तजते हुए किसी चित्र या फिल्म के गतिमय दृश्य रचने लगती हैं। और यह सारा कुछ किसी ऐसे ‘ग्रांड इवेंट’ की तरह है, जिसे म्युनिसिपेलिटी के सुनसान पार्क का एक गार्ड अचानक अपना डंडा घुमाकर डाँटते हुए, पलक झपकते गायब कर देता है।

—उदय प्रकाश

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Language Hindi
Binding Paper Back
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publication Year 2025
Edition Year 2025, Ed. 1st
Pages 160p
Publisher Lokbharti Prakashan
Dimensions 20 X 13 X 1
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Anurag Anant

Author: Anurag Anant

अनुराग अनन्त

अनुराग अनन्त का जन्म 9 जुलाई, 1989 को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश के दारागंज में हुआ। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से वाणिज्य में स्नातक करने के बाद वे पत्रकारिता की तरफ मुड़ गए। बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय, लखनऊ से पत्रकारिता में स्नातक और गुजरात केन्द्रीय विश्वविद्यालय से एम.फिल. करने के बाद अम्बेडकर विश्वविद्यालय से ही पत्रकारिता में पी-एच.डी. पूरी की। लेखन की शुरुआत कविताओं से हुई। फिर कहानियाँ लिखने लगे। 2017 और 2019 में क्रमशः ‘कैस्ट्रेटो’ और ‘द ब्लू कॉमरेड’ के लिए लल्लनटॉप कहानी-प्रतियोगिता में उन्हें प्रथम पुरस्कार मिला। नोशन प्रेस की कहानी-प्रतियोगिता में भी प्रथम पुरस्कार प्राप्त हुआ। ‘वनमाली कथा’ पत्रिका के नवलेखन अंक में प्रकाशित कहानी ‘ग्रांड इवेंट’ विशेष रूप से चर्चित रही।

वे इंडिया टुडे ग्रुप के लल्लनटॉप के साथ जुड़े और वर्तमान में गलगोटिया विश्वविद्यालय में पत्रकारिता विभाग में असिस्टेंट प्रोफेसर हैं।

ई-मेल : anantmediagroup@gmail.com

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