Facebook Pixel

Kaun Se Des Utarne Ka

Author: Savita Pathak
Edition: 2025, Ed. 1st
Language: Hindi
Publisher: Lokbharti Prakashan
As low as ₹224.25 Regular Price ₹299.00
25% Off
In stock
SKU
Kaun Se Des Utarne Ka

- +
Share:
Codicon

सविता पाठक के पहले उपन्यास ‘कौन से देस उतरने का’ को पढ़ने के क्रम में अनायास ही फणीश्वरनाथ रेणु, राही मासूम रज़ा, कृष्णा सोबती, अमरकान्त और रामदरश मिश्र की रचनाओं की याद आ गई। वही आंचलिकता, ठेठ देसी भाषा, स्मृतियाँ, स्वप्न और कटु यथार्थ का ताना-बाना। कथा-लय को गति देते ढेर सारे लोकगीत और आख्यान में ढलते गप्प। यहाँ भी अंचल में पूरा देश समाविष्ट हो रहा है। इस उपन्यास की कथा जितनी मुनीश की है, उतनी ही माँ राधेश्वरी देवी, नन्दा, अमृता, उसके गुम पिता और बड़ेलाल-सुधा जैसों की भी है तो कोल्हू और महुआ के पेड़ की भी।

यहाँ बँटते खेत और घटती खुराक के कारण बिलाते लोग और धनपशुओं का चारागाह बनता गाँव है तो नरभक्षी दिल्ली नगर भी है जो भूख, बेकारी और बदहाली की मार से अपने ही देश में शरणार्थी बने गँवई इंसानों को जिन्दा निगल रहा है। यह रचना इस विमर्श-बहुल काल में एक प्रति-विमर्श भी रचती है कि दरिद्रता, भूख और बदहाली किसी वर्ण या जाति विशेष से भेदभाव नहीं करती, सबों को एक ही तरीके से तबाह करती है। हाँ! स्त्री की बात अलग है, उसका न कोई वर्ण है न जाति, जो पैदा ही खटने और पिटने के लिए हुई है, राधेश्वरी माँ की तरह।

पूँजीमुँहा समय, सत्तालोलुप समाज और संवेदनशून्य व्यवस्था की चौतरफा मार से गुम होते निरीह स्त्री-पुरुषों की कातर पुकार, गुहार-सी यह रचना सहृदय पाठक की संवेदना को स्पर्श करेगी, सजग और सक्रिय बनाएगी, ऐसा विश्वास है। 

—रणेन्द्र

More Information
Language Hindi
Binding Paper Back
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publication Year 2025
Edition Year 2025, Ed. 1st
Pages 160p
Publisher Lokbharti Prakashan
Dimensions 20 X 13 X 1
Write Your Own Review
You're reviewing:Kaun Se Des Utarne Ka
Your Rating
Savita Pathak

Author: Savita Pathak

सविता पाठक

सविता पाठक का जन्म 2 अगस्त, 1976 को जौनपुर, उत्तर प्रदेश के एक गाँव अगरौरा में हुआ। प्रारम्भिक शिक्षा जौनपुर में ही। आगे की पढ़ाई इलाहाबाद, कानपुर और सहारनपुर आदि शहरों में हुई। वी.एस. नायपाल के साहित्य पर (A Search of his roots and Identity : A study of V.S. Naipaul’s Characters) पी-एच.डी. किया।

उनका एक कहानी-संग्रह ‘हिस्टीरिया’ प्रकाशित है। ‘कौन से देस उतरने का’ उनका पहला उपन्यास है। उन्होंने डॉ. आम्बेडकर की आत्मकथा ‘वेटिंग फॉर वीजा’ का अनुवाद किया है। ‘भगवान बिरसा और उनका उलगुलान’ पुस्तक का डॉ. राम दयाल मुंडा जनजातीय कल्याण शोध संस्थान, झारखंड के लिए अनुवाद किया है। क्रिस्टीना रोसोटी की कविताओं के अलावा कई लातिन अमरीकी कविताओं का भी अंग्रेजी से अनुवाद। वे ‘पाखी’ पत्रिका के सालाना ‘अनुवाद-पुरस्कार’ से सम्मानित हैं। फिलहाल दिल्ली विश्वविद्यालय के दीनदयाल उपाध्याय कॉलेज में अंग्रेजी-साहित्य का अध्यापन करती हैं।

ई-मेल : drsavita.iitm@gmail.com

Read More
Books by this Author
New Releases
Back to Top