Bhoomkal : Kamredo Ke Sath

Reportage
Author: Arundhati Roy
Translator: Neelabh
As low as ₹200.00 Regular Price ₹250.00
You Save 20%
In stock
Only %1 left
SKU
Bhoomkal : Kamredo Ke Sath
- +

पुस्तक में लेखिका ने माओवादियों के क्षेत्र में विचरण कर आँखों देखा ब्योरा प्रस्तुत किया है और दन्तेवाड़ा में आदिवासियों के जीवन तथा माओवादियों से की गई मुलाक़ातों और उनकी सोच तथा जीवन स्थितियों को संवेदनशील ढंग से अभिव्यक्त किया है। कॉमरेड कमला, कॉमरेड वेणु सहित अन्य कॉमरेडों के साथ किया यह सफ़र उन स्थितियों

और परिस्थितियों से भी अवगत कराता है जो उन्हें माओवादी बनाती हैं। 

More Information
Language Hindi
Format Paper Back
Publication Year 2012
Edition Year 2023, Ed. 4th
Pages 126p
Translator Neelabh
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 18 X 12 X 1
Write Your Own Review
You're reviewing:Bhoomkal : Kamredo Ke Sath
Your Rating

Editorial Review

It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using 'Content here

Arundhati Roy

Author: Arundhati Roy

अरुन्धति रॉय

अरुंधति रॉय ने वास्तुकला का अध्ययन किया है। आप 'द गॉड ऑफ़ स्माल थिंग्स’ जिसके लिए आपको 1997 का ‘बुकर पुरस्कार’ प्राप्त हुआ और 'द मिनिस्ट्री ऑफ़ अटमोस्ट हैप्पीनेस’ की लेखिका हैं। दुनिया-भर में इन दोनों उपन्यासों का अनेक भाषाओं में अनुवाद हो चुका है। आपकी पुस्तकें ‘मामूली चीज़ों का देवता’, 'अपार ख़ुशी का घराना’, 'बेपनाह शादमानी की ममलिकत’ (उर्दू में), 'न्याय का गणित’, 'आहत देश’, 'भूमकाल’, 'कॉमरेडों के साथ’, 'कठघरे में लोकतंत्र’ राजकमल प्रकाशन से प्रकाशित हुई हैं। 'माय सीडिशियस हार्ट’ आपकी समग्र कथेतर रचनाओं का संकलन है। आप 2002 के ‘लनन कल्चरल फ़्रीडम पुरस्कार’, 2015 के ‘आंबेडकर सुदर पुरस्कार’ और ‘महात्मा जोतिबा फुले पुरस्कार’ से सम्मानित हैं।

 

Read More
Books by this Author

Back to Top