Urdu-Hindi Hashya-Vyangya

As low as ₹144.00 Regular Price ₹160.00
You Save 10%
In stock
Only %1 left
SKU
Urdu-Hindi Hashya-Vyangya
- +

हिन्दी व्यंग्यकारों में सुपरिचित रवीन्द्रनाथ त्यागी द्वारा संकलित-सम्पादित यह कृति उर्दू और हिन्दी के क़रीब चौबीस चुनिन्दा लेखकों की हास्य-व्यंग्य रचनाएँ प्रस्तुत करती है।

यह पुस्तक कुछ लोगों की इस धारणा को झुठलाती है कि श्रेष्ठ हास्य-व्यंग्य की परम्परा उर्दू में तो है, हिन्दी में नहीं; अथवा यदि है तो भी स्तरीय नहीं है। वस्तुतः हिन्दी-उर्दू व्यंग्य लेखन पर इस तरह विचार करना ग़लत है, क्योंकि सम्पादक के ही शब्दों में कहें तो “कम-से-कम अब यह स्थिति ज़रूर आ गई है, जब लिपि को छोड़कर उर्दू और हिन्दी, दोनों भाषाओं में और कोई अन्तर नहीं रहा।” इसलिए यदि उर्दू के पतरस बुखारी से लेकर कृष्ण चंदर तक तथा हिन्दी के अन्नपूर्णानन्द से लेकर लतीफ़ घोंघी तक की व्यंग्य रचनाओं को यहाँ देखा जाएगा तो अपने समय की धड़कनें उनमें समान रूप से सुनी जा सकेंगी।

वर्तमान जीवन के विविध क्षेत्रों में निहित जड़ीभूत संस्कारों और विद्रूपताओं पर ये रचनाएँ कसकर प्रहार करती हैं। इस प्रक्रिया में अनेकानेक दुर्लभ व्यंग्य-स्थितियाँ, धारदार भाषा-शैली, शिल्पगत अनूठे प्रयोग तथा यथार्थ को पारदर्शी बनाती हुई वैचारिकता संकलित निबन्धों को सहज ही अविस्मरणीय बना देती है। दूसरे शब्दों में हम हँसी-हँसी में ही सोच के गम्भीर बिन्दुओं का स्पर्श करने लगते हैं।

More Information
Language Hindi
Format Paper Back
Publication Year 1991
Edition Year 2020, Ed. 6th
Pages 218p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 18 X 12 X 1
Write Your Own Review
You're reviewing:Urdu-Hindi Hashya-Vyangya
Your Rating
Ravindranath Tyagi

Author: Ravindranath Tyagi

रवीन्द्रनाथ त्यागी

यशस्वी व्यंग्यकार और समर्थ कवि रवीन्द्रनाथ त्यागी का जन्म 1 सितम्बर, 1931 को उ.प्र. के बिजनौर ज़िले में स्थित नहटौर नामक क़स्बे में हुआ। भयंकर ग़रीबी के कारण बचपन में उन्होंने मात्र संस्कृत ही पढ़ी और बाद में किसी तरह इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से एम.ए. की परीक्षा में सर्वप्रथम स्थान पाया। उसके बाद वे देश की सर्वोच्च सिविल सर्विसेज़ की प्रतियोगिता में बैठे और इंडियन डिफ़ेंस एकाउंट्स सर्विस के लिए चुने गए। सन् 1989 में वे कंट्रोलर ऑफ़ डिफ़ेंस एकाउंट्स के पद से सेवानिवृत्त हुए।

लिखने का शौक़ उन्हें बचपन से था। अब तक छह कविता-संग्रह, उन्नीस व्यंग्य-संग्रह और विशिष्ट रचनाओं के चार संकलन प्रकाशित। ‘उर्दू-हिन्दी हास्य-व्यंग्य’ नामक महत्त्वपूर्ण ग्रन्थ का सम्पादन।

डॉ. कमलकिशोर गोयनका द्वारा सम्पादित ‘रवीन्द्रनाथ त्यागी : प्रतिनिधि रचनाएँ’ नामक विशद ग्रन्थ अलग से प्रकाशित।

सम्मान : ‘सरस्वती सम्मान, ‘शरद जोशी सम्मान’, ‘हरिशंकर परसाई पुरस्कार’, ‘चकल्लस पुरस्कार’, ‘टेपा पुरस्कार’, ‘व्यंग्यश्री पुरस्कार’ आदि से सम्मानित।

निधन : 4 सितम्बर, 2004

Read More
Books by this Author
Back to Top