Mitata Bharat Banta India-Hard Cover

Editor: Suresh Sharma
Special Price ₹510.00 Regular Price ₹600.00
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ISBN:9788126722761
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9788126722761
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20वीं सदी के अन्तिम दशक में भारत की राजसत्ता द्वारा अर्थव्यवस्था के क्षेत्र में उदारीकरण की नीति अपनाई गई। धीरे-धीरे बाज़ार मुक्त किया जाने लगा तथा अनेक महत्त्वपूर्ण सरकारी क्षेत्रों के निजीकरण होने लगे। इस पहल का भारतीय समाज की संरचना पर गहरा असर हुआ। उसके आधार पर ऊपरी ढाँचे में अनेक निर्णायक परिवर्तन घटित होने लगे। उसका प्रभाव राजनीति, समाज, शिक्षा, जीवन-शैली तथा अन्तरराष्ट्रीय मामलों पर सीधे दिखाई देने लगा। 21वीं सदी के पहले दशक में इस परिवर्तन को जिन लोगों ने सबसे पहले पहचानने की कोशिश की, उनमें शशि शेखर पहली क़तार में हैं।

उदारीकरण की आँधी में मिटते भारत और बनते इंडिया की गूँज अगर सुननी हो तो शशि शेखर की इस पुस्तक के इन लेखों को पढ़ जाइए। 2001 से 2010 के बीच उन्होंने लगभग हर हफ़्ते अपने कॉलम ‘आजकल’ में अपने समय का साप्ताहिक इतिहास दर्ज किया है। यह पुस्तक इस कॉलम के उन्हीं लेखों का संकलन है। इन लेखों के द्वारा आप शशि शेखर के नज़रिए से 21वीं सदी के पहले दशक की धड़कनों की समग्रता में महसूस कर सकेंगे। इन लेखों में समय पर बहस है। समय से शिकायत है। समय की प्रशंसा है। समय की कठोरता को जीत लेने का दम-खम है। समय के वास्तविक स्वरूप को पहचानने का तीक्ष्ण विवेक भी है।

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Language Hindi
Format Hard Back
Publication Year 2012
Edition Year 2012, Ed. 1st
Pages 447p
Price ₹600.00
Translator Not Selected
Editor Suresh Sharma
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 3
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Author: Shashi Shekhar Tiwari

शशिशेखर तिवारी

जन्म 14 जनवरी , 1938 . में भागलपुर जिला स्थित कैरिया ग्राम में हुआ शिक्षा प्राथमिक शिक्षा मुंगेर और राँची में हुई 1962 ईस्वी में के.एम. इन्स्टीट्यूट ऑफ लिंगुविसटिक्स , आगरा से भाषा - विज्ञान के अन्तर्गत पी - एच.डी . उपाधि मुजफ्फरपुर , गया और बोधगया के विश्वविद्यालयों में शिक्षण गतिविधियाँ भागलपुर विश्वविद्यालय के हिन्दी विभाग में अध्यक्ष पद पर आसीन रहे बिहार सरकार ने विश्वविद्यालय सेवा आयोग के अध्यक्ष पर पर भी नियुक्त किया 1964 . में त्रिनीदादा टोबैगो में आयोजित विश्व हिन्दी सम्मेलन के तत्त्वावधान में भाषा - विज्ञान संगोष्ठी की अध्यक्षता केन्द्रीय सरकार के पाँच मंत्रालयों की हिन्दी सलाहकार समितियों के सदस्य साहित्य अकादेमी , दिल्ली के सदस्य पद का दायित्व सम्मान : भारत सरकार संस्कृति मंत्रालय द्वारा ' हिन्दी यात्रा - साहित्य ' के उच्चस्तरीय लेखन के लिए सीनियर फेलोशिप सम्मानार्थ दिया गया साहित्य सेवा भाषा - विज्ञान , तुलनात्मक साहित्य , लोकवार्त्ता , सांस्कृतिक इतिहास , अनुवाद आदि विषयों पर शोध - पत्र तथा कई पुस्तकें प्रकाशित हैं 

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