‘इलियड’ विश्वप्रसिद्ध रचनाकार होमर की अनुपम कृति है। यह एक ऐसा ग्रन्थ है जिसने अपने रचयिता को प्राचीन यूरोप में लोकप्रियता के शिखर पर पहुँचा दिया। ‘इलियड’ में अप्रतिम सौन्दर्य की मल्लिका हेलेन के कारण हुए ट्रॉय-युद्ध के एक अंश का जीवन्त चित्रण है।

ट्रॉय-युद्ध के इस अंश में एकिलीज आवेश में आकर स्वयं को युद्ध से विरत कर लेता है। इसके कारण यवनों को पराजय का सामना करना पड़ता है। युद्ध में एकिलीज के मित्र पेट्रोक्लस का वध हेक्टर कर देता है। मित्र के वध की सूचना से उद्वेलित होकर एकिलीज पुनः युद्ध में शामिल होता है और हेक्टर का वध करता है।

प्रतिकार और प्रतिशोध की इस कथा में यवनों की सम्पूर्ण जीवनशैली और प्रक्रिया समाई हुई है। क़िस्सागोई का कमाल है कि पाठक का औत्सुक्य निरन्तर बना रहता है।

होमर के मुग्धकारी रचनाशिल्प की यह विशेषता है कि एकिलीज के क्रोध और अन्ततः हेक्टर के वध की छोटी-सी कहानी में ट्रॉय ही नहीं, अपितु समस्त मानव जीवन के भाग्य, उद्देश्य और उसके मूल अर्थ की व्याख्या समा जाती है।

कम शब्दों में घटनाओं का सही चित्र उकेर देने की क्षमता ने इस ग्रन्थ को विश्वसाहित्य में उत्कृष्टता प्रदान की है।

‘इलियड’ की चुस्त एवं सघन संरचना चकित करनेवाली है।

More Information
Language Hindi
Format Hard Back, Paper Back
Publication Year 2012
Edition Year 2014, Ed. 2nd
Pages 424p
Translator Ramesh Chandra Sinha
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 2
Write Your Own Review
You're reviewing:Iliad
Your Rating

Author: Homer

होमर

होमर यूनान के ऐसे प्राचीनतम रचनाकारों में से हैं जिनकी रचनाएँ आज भी उपलब्ध हैं। वे अपने समय की सभ्यता तथा संस्कृति की अभिव्यक्ति का प्रबल माध्यम माने जाते हैं। अन्धे होने के बावजूद उन्होंने दो महान ग्रन्थों की रचना की—‘इलियड’ और ‘ओडिसी’। इनका कार्यकाल ईसा से लगभग 1000 वर्ष पूर्व था। हालाँकि इसके विषय में प्राचीन काल में जितना विवाद था, आज भी उतना ही है। कुछ लोग उनके समय को ट्रॉय-युद्ध के समय से जोड़ते हैं पर इतना तो तय है कि यूनानी इतिहास का एक पूरा काल होमर युग के नाम से विख्यात है, जो 850 ई.पू. से ट्रॉय-युद्ध की तारीख 1194-1184 ई.पू. तक फैला हुआ है।

Read More
Books by this Author
Back to Top