Ek Naav Ke Yatri

हजारीप्रसाद द्विवेदी, अज्ञेय, अमृतलाल नागर, रामविलास शर्मा, नामवर सिंह, विद्यानिवास मिश्र, श्रीकान्त वर्मा आदि प्रसिद्ध लेखकों के बारे में लिखे गए संस्मरणों की इस पुस्तक में पूरा समकालीन साहित्यिक परिदृश्य रूपायित है। अत्यन्त सहानुभूति और तटस्थता के साथ लिखे गए ये संस्मरण निश्चय ही अपनी विश्वसनीयता और पठनीयता के लिए उल्लेखनीय होंगे। इनमें किसी मूर्तिनिर्माण या मूर्तिभंजन की नहीं, बल्कि व्यक्तित्व विश्लेषण की प्रखर, ईमानदार कोशिश है जो लेखकों के मन:लोक को बड़ी गहराई से उद्घाटित करती है। प्रसिद्ध कवि, आलोचक और दस्तावेज़ पत्रिका के सम्पादक डॉ. विश्वनाथप्रसाद तिवारी की क़लम से लिखे गए ये अनूठे संस्मरण स्वयं उनके भी रचनात्मक गद्य का एक विशिष्ट उदाहरण पेश करते हैं।
पुस्तक में हजारीप्रसाद द्विवेदी, अज्ञेय, अमृतलाल नागर और रामविलास शर्मा के साक्षात्कार भी संकलित हैं। इनमें हमारे समय के अनेक महत्त्वपूर्ण साहित्यिक प्रश्नों के उत्तर मिलेंगे और साथ ही अनेक विवादास्पद प्रश्नों पर उन लेखकों की अपनी बेबाक प्रतिक्रिया भी। आधुनिक साहित्य की भीतरी जानकारी की इच्छा रखनेवाला पाठक इस पुस्तक से एक बार गुज़र कर निश्चय ही अपने साहित्यानुभव को समृद्ध कर सकेगा।
Language | Hindi |
---|---|
Format | Hard Back |
Publication Year | 2001 |
Edition Year | 2001, Ed. 1st |
Pages | 143p |
Translator | Not Selected |
Editor | Not Selected |
Publisher | Rajkamal Prakashan |
Dimensions | 22 X 14 X 1 |
It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using 'Content here