गीतेश शर्मा
जन्म : 1932; लखीसराय, बिहार।
शिक्षा : दसवीं।
लेखक, पत्रकार, कल्चरल एक्टिविस्ट, अनीश्वरवादी, भौतिकवादी, चार्वाक, सांख्य दर्शन के अनुयायी।
24 पुस्तकों के रचयिता—12 अँग्रेज़ी, 12 हिन्दी।
भारत के अलावा एशिया, अमरीका, अफ्रीका एवं यूरोप के 29 देशों का भ्रमण। विभिन्न विश्वविद्यालयों में आयोजित राष्ट्रीय व अन्तरराष्ट्रीय सेमिनारों में भागीदारी।
चर्चित पुस्तकें : ‘धर्म के नाम पर’, ‘टैगोर : एक दूसरा पक्ष’, ‘हो-ची-मिन्ह और भारत’ (अँग्रेज़ी, हिन्दी), ‘वियतनाम : 1982-2017’, ‘नागार्जुन और कलकत्ता’, ‘भगतसिंह का रास्ता’।
25 वर्षों तक कलकत्ता से लोकप्रिय साप्ताहिक 'जन संसार' का सम्पादन, प्रकाशन। बुद्ध की उक्ति—'हर चीज़ पर शंका करो, किसी का अंधानुकरण न करो, अपना पथ प्रदर्शक ख़ुद बनो' का अनुकरण। मरणोपरान्त देहदान की वसीयत।