पुस्तक में लेखिका ने माओवादियों के क्षेत्र में विचरण कर आँखों देखा ब्योरा प्रस्तुत किया है और दन्तेवाड़ा में आदिवासियों के जीवन तथा माओवादियों से की गई मुलाक़ातों और उनकी सोच तथा जीवन स्थितियों को संवेदनशील ढंग से अभिव्यक्त किया है। कॉमरेड कमला, कॉमरेड वेणु सहित अन्य कॉमरेडों के साथ किया यह सफ़र उन स्थितियों
और परिस्थितियों से भी अवगत कराता है जो उन्हें माओवादी बनाती हैं।
Language | Hindi |
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Binding | Paper Back |
Translator | Neelabh |
Editor | Not Selected |
Publication Year | 2012 |
Edition Year | 2023, Ed. 4th |
Pages | 126p |
Price | ₹250.00 |
Publisher | Rajkamal Prakashan |
Dimensions | 18 X 12 X 1 |