Meri Kavitai Ki Aadhi Sadi

Edition: 2019, Ed. 6th
Language: Hindi
Publisher: Rajkamal Prakashan
As low as ₹296.25 Regular Price ₹395.00
25% Off
In stock
SKU
Meri Kavitai Ki Aadhi Sadi
- +
Share:

प्रस्तुत कृति बच्चन की बावन कविताओं का संकलन है जिनमें से पैंतालीस उनके पूर्व प्रकाशित चौबीस संग्रहों से चुनी गई हैं और सात कविताएँ यहाँ पहली बार प्रकाशित की जा रही हैं।

बच्चन ने इस सदी के तीसरे दशक की समाप्ति पर लिखना आरम्भ किया था, और आठवें दशक के अन्त तक लिखते रहे हैं। ज़ाहिर है, उन्हें द्विवेदीयुगीन प्रतिष्ठित और छायावादी प्रयोगात्मक काव्य-शैली दाय के रूप में मिली थी।

फिर भी काव्य-क्षेत्रा में पदार्पण करने पर एक प्रख्यात समालोचक ने उनके बारे में लिखा था, ‘‘...बच्चन सारा ढाँचा बदलकर आए...नई भाषा, नई अभिव्यंजना और नए क़िस्म की अनुभूति—उनका सब कुछ नया ही नया है।’’

इस अभिनव भूमि से प्रस्थान करके बच्चन ने जो काव्य-यात्रा लगभग पचास वर्षों तक की है, और उनके दौरान उनकी भाषा भाव-भंगिमा में जो परिवर्तन आते रहे हैं उनकी साक्षी है यहाँ प्रस्तुत ये कविताएँ—उनके सफ़र के ख़ास-ख़ास पड़ाव के रूप में।

हम आपको कवि के साथ एक बार इस काव्य-यात्रा पर निकलने और इन शब्द-पड़ावों पर ठहरने के लिए आमन्त्रित करते हैं।

More Information
Language Hindi
Binding Hard Back
Publication Year 1981
Edition Year 2019, Ed. 6th
Pages 120p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22 X 14 X 1
Write Your Own Review
You're reviewing:Meri Kavitai Ki Aadhi Sadi
Your Rating
Harivansh Ray Bachchan

Author: Harivansh Ray Bachchan

हरिवंशराय बच्चन

जन्म: 27 नवम्बर, 1907। जन्म-स्थान: इलाहाबाद (उत्तर प्रदेश) सम्पूर्ण शिक्षा म्यूनिसिपल स्कूल, कायस्थ पाठशाला, गवर्नमेंट कॉलेज, इलाहाबाद, इलाहाबाद यूनिवर्सिटी तथा काशी विश्वविद्यालय में।

सृजनशील लेखन की शुरुआत 1929 से। प्रारम्भ में कुछ कहानियाँ भी। 1941 से 1952 तक इलाहाबाद यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी के लेक्चरर। 1952 से 1954 तक इंग्लैंड में रहकर यीट्स के काव्य पर शोधकार्य, फलस्वरूप कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से पी-एच.डी. की डिग्री। लौटकर पुनः पूर्व पद पर। फिर कुछ मास तक आकाशवाणी, इलाहाबाद में हिन्दी प्रोड्यूसर। इसके बाद 16 वर्षों तक दिल्ली - 10 वर्ष विदेश मंत्रालय में हिन्दी विशेषज्ञ तथा 6 वर्ष राज्यसभा के मनोनीत सदस्य।

निधन: 18 जनवरी, 2003

प्रकाशित कृतियाँ: मधुशाला, मधुबाला, मधुकलश, निशा-निमन्त्रण, एकान्त संगीत, आकुल अन्तर, सतरंगिनी, हलाहल, बंगाल का काल, खादी के फूल, सूत की माला, मिलन यामिनी, प्रणय पत्रिका, धार के इधर-उधर, आरती और अंगारे, बुद्ध और नाचघर, त्रिभंगिमा, चार खेमे चौंसठ खूँटे, दो चट्टानें, बहुत दिन बीते, कटती प्रतिमाओं की आवाज, उभरते प्रतिमानों के रूप, जाल समेटा, अतीत की प्रतिध्वनियाँ, प्रारम्भिक रचनाएँ, नयी से नयी पुरानी से पुरानी (काव्य-संग्रह); क्या भूलूँ क्या याद करूँ, नीड़ का निर्माण फिर, बसेरे से दूर, दशद्वार से सोपान तक (आत्मकथा-खण्ड); प्रवास की डायरी (डायरी), कवियों में सौम्य सन्त, नए-पुराने झरोखे, टूटी-छूटी कड़ियाँ (आलोचना निबन्ध) तथा खैयाम और शेक्सपीयर के अनुवाद।

Read More
Books by this Author
New Releases
Back to Top