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Kuchh Aur Gadya Rachanayen

Editor: Ranjana Argade
Edition: 2023, Ed. 3rd
Language: Hindi
Publisher: Radhakrishna Prakashan
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Kuchh Aur Gadya Rachanayen

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शमशेर जी के ये निबन्ध बरबस इस तथ्य को गहराई से रेखांकित करते हैं कि मात्र कविता में ही नहीं, बल्कि गद्य में भी वे लगातार अपने समकालीनों के कृतित्व से जुड़े रहे हैं। उसको पढ़ते हैं, उस पर सोचते हैं और लिखते भी हैं, बल्कि कहीं न कहीं इसे वे अपना आत्मीय फ़र्ज़ भी मानते रहे हैं। अपने बराबर के साथी अपने ज्येष्ठ व कनिष्ठ समकालीनों पर दिल खोलकर इतना अधिक लिखनेवाले साहित्यकार बहुत कम हैं। ‘दोआब’ की ही तरह इस संग्रह में भी उन्होंने अपनी परम्परा के श्रेष्ठ कवियों पर भी लिखा है, जैसे ग़ालिब और रहीम।

यह एक बात ग़ौर करने की है, शमशेर जी के इन निबन्धों में लालित्य किस तरह छिपा है। एकाध निबन्धों को छोड़ प्रायः सभी निबन्धों में शमशेर जी के व्यक्तित्व के विभिन्न पहलू नज़र आते हैं। इन निबन्धों के विषय ललित नहीं हैं, पर अपनी प्रस्तुति और प्रभाव में ये बहुत दूर तक ललित हैं। साहित्य से जुड़े अन्य विषयों पर भी शमशेर जी का चिन्तन इस संग्रह में शामिल निबन्धों में देखा जा सकता है। ये वे चिन्ताएँ हैं, जो शमशेर के अन्दरूनी कलाकार को मथती रहती हैं। चाहे वे ‘सामाजिक सत्य और रचना का माध्यम’ हो या ‘अमूर्त कला’ या फिर हल्का-फुल्का लगनेवाला ‘आशु कविता’ जैसा विषय। उनका जागरूक साहित्यकार भाषा और साहित्य पर एक नए दृष्टिकोण की माँग भी करता है।

More Information
Language Hindi
Binding Hard Back
Translator Not Selected
Editor Ranjana Argade
Publication Year 1992
Edition Year 2023, Ed. 3rd
Pages 239p
Publisher Radhakrishna Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 2
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Author: Shamsher Bahadur Singh

शमशेर बहादुर सिंह

शमशेर बहादुर सिंह का जन्म 13 जनवरी, 1911 को देहरादून, उत्तराखंड (तब उत्तर प्रदेश) में हुआ था। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा देहरादून में और बाद की शिक्षा गोंडा और इलाहाबाद विश्वविद्यालय में हुई। 1935-36 में उकील बन्धुओं से कला का प्रशिक्षण प्राप्त किया।
उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं–‘कुछ कविताएँ’, ‘कुछ और कविताएँ’, ‘चुका भी हूँ नहीं मैं’, ‘इतने पास अपने’, ‘उदिता : अभिव्यक्ति का संघर्ष’, ‘बात बोलेगी’, ‘काल तुझसे होड़ है मेरी’, ‘टूटी हुई बिखरी हुई’, ‘कहीं बहुत दूर से सुन रहा हूँ’ (कविता-संग्रह); ‘कुछ और गद्य रचनाएँ’ (निबन्ध)। कई कविताओं के अनुवाद विभिन्न भाषाओं में हुए।
मध्य प्रदेश साहित्य परिषद के ‘तुलसी पुरस्कार’, ‘साहित्य अकादेमी पुरस्कार’, ‘मैथिलीशरण गुप्त पुरस्कार’ और ‘कबीर सम्मान’ से सम्मानित।
निधन : 12 मई, 1993

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