Edwina Aur Nehru

आज़ादी का अमृत महोत्सव,Fiction : Novel
Translator: Nirmala Jain
As low as ₹319.20 Regular Price ₹399.00
You Save 20%
In stock
Only %1 left
SKU
Edwina Aur Nehru
- +

‘नेहरू और एडविना’ के चरित्रों को केन्‍द्र में रखकर लिखा गया यह ऐतिहासिक उपन्यास तथ्य और कल्पना के अद्भुत मेल से रचा गया है। जो घटित हुआ वह तो सत्य है ही, लेकिन जो घटित नहीं हुआ, वह भी इसलिए एक हद तक सच्चा है क्योंकि उसका घटित होना काफ़ी हद तक सम्‍भव था।

फ़्रांसीसी पाठकों को ध्यान में रखकर लिखी गई यह प्रेम कहानी भारतीय जनमानस को भी उसी रूप में उद्वेलित करेगी, इसमें सन्‍देह नहीं। भारत के इतिहास में बीसवीं शताब्दी की सबसे महत्त्वपूर्ण घटना 1947 का राजनीतिक विभाजन है। यह उपन्यास, इस घटना के अभिकर्ता तमाम महत्त्वपूर्ण पात्रों के भीतर झाँककर इसके कारणों और प्रभावों की दास्तान कहने का प्रयास करता है, और इस तरह दृश्य के अदृश्य सूत्रों का उद्‌घाटन करता है।

सार्वजनिक के भीतर जो कुछ निजी है, वही उसका अन्त:सूत्र भी है, और अपनी मर्मस्पर्शिता में कहीं अधिक प्रभावी भी। इन्हीं अन्त:सूत्रों को उनकी मार्मिक संवेदनीयता के साथ ग्रहण कर इस उपन्यास का कथात्मक ताना-बाना बुना गया है।

घटनाएँ प्राय: जानी-सुनी हैं—एक अर्थ में पूर्व परिचित। यही स्थिति पात्रों की है—जाने-माने, साहसी, प्रतापी, योद्धाओं का एक पूरा संसार। पर इन सबने मिलकर जो इतिहास रचा उसमें कौन, कहाँ, कितना टूटा-जुड़ा, बना-बिगड़ा, वह घटनाओं का नहीं संवेदनाओं का इतिहास है । एक बिन्‍दु ऐसा होता है जो बाहर और भीतर के तनाव का सन्धि-स्थल रचता है, जहाँ अक्सर जो बहुत अन्‍तरंग है, निजी है उसके अतिक्रमण की अनन्‍त साधना से बहिरंग की रचना होती है ।

इसी बिन्‍दु को पकड़ने की कोशिश है इस उपन्यास में। समय के दो महत्‍त्‍वपूर्ण पात्रों की केन्द्रीयता से उठकर समय को फिर से रचने की उसकी घटनात्मकता में नहीं, मार्मिकता में।

More Information
Language Hindi
Format Hard Back, Paper Back
Publication Year 1996
Edition Year 2019, Ed. 6th
Pages 445p
Translator Nirmala Jain
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 23 X 14 X 3.5
Write Your Own Review
You're reviewing:Edwina Aur Nehru
Your Rating

Editorial Review

It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using 'Content here

Catherine Clement

Author: Catherine Clement

कैथरीन क्लैमाँ
जन्म : 1939; पेरिस में।

शिक्षा : 1962 में दर्शन में फ़्रांसीसी शिक्षा-पद्धति की उच्चतम उपाधि। सोबोर्न विश्वविद्यालय में ब्लादीमीर जेन्कलविच की सहायक। 1978, पेरिस विश्वविद्यालय में प्रोफ़ेसर। 1982-87, विदेश मंत्रालय में फ़्रांस और अन्य देशों में कलात्मक सम्‍बन्‍धों के एसोसिएशन की निदेशक। 1987-91, भारत में फ़ेस्‍टिवल ऑफ़ फ़्रांस के डाइरेक्टर जनरल की प्रतिनिधि। साढ़े चार वर्ष वियना में रहने के बाद इस समय अफ्रीका में निवास।
प्रकाशन : अंग्रेज़ी में अनूदित ग़ैर-कथात्मक रचनाएँ : ‘द वियरी संस ऑफ़-फ़्रायड’; ‘लाइफ़ एंड लीजेंड्स ऑफ़ जाक् लाकां?’, ‘ऑपेरा’ और ‘द अनडूइंग ऑफ़ विमेन’ (एलेन सिक्सु के साथ); ‘द न्यू बोर्न वूमेन’; ‘सिंकोप’, ‘द फ़‍िलॉसफ़ी ऑफ़ रैपचर’। इनके अतिरिक्त फ़्रांसीसी भाषा में कई रचनाएँ जिनका अनुवाद अंग्रेज़ी में नहीं हुआ। फ्रांसीसी में कई उपन्यास प्रकाशित। काव्य-संग्रह : ‘ग्रोइंग एन इडियन स्टार’ (विकास)।

विभिन्न रचनाओं का विश्व की अनेक भाषाओं में अनुवाद ।

Read More
Books by this Author

Back to Top