Dayare Hayaat Mein

Shayari
Author: Kumar Nayan
You Save 30%
Out of stock
Only %1 left
SKU
Dayare Hayaat Mein

अपने एह्सासात से कारईन व सामईन को रफ़्ता-रफ़्ता मदहोश बना देनेवाले कुमार नयन की शायरी के कई रंग हैं। उनकी ग़ज़लें इश्क़ो-मुहब्बत से सराबोर हैं तो हालाते-हाजरा की मंज़रकशी करती हुई अवाम की दुखती रगों को छूती भी हैं। अपने वक़्त और समाज के तक़ाज़ों को पूरा करती हुई नाइंसाफ़ी, ज़ुल्मो-सितम, बन्दिशों के ख़िलाफ़ चुप्पी तोड़ने की शाइस्तगी से तरफ़दारी भी करती हैं। ग़ज़ल कहनेवालों की भीड़ में कुमार नयन अपनी ज़ुबान और शेरों के मफ़हूम से पहचाने जा सकते हैं। दरअस्ल इनकी ज़ुबान ख़ालिस हिन्दवी ज़ुबान है और शायर भी ख़ालिस गँवई हिन्दुस्तानी जिसका लहज़ा सरल व सहज होने के बावजूद अन्दाज़े-बयाँ क़ाबिलेतारीफ़ और ख़यालात दिलों में हलचल मचानेवाले हैं।

More Information
Language Hindi
Format Hard Back
Publication Year 2016
Edition Year 2016, Ed 1st
Pages 136p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Radhakrishna Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 1.5
Write Your Own Review
You're reviewing:Dayare Hayaat Mein
Your Rating

Editorial Review

It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using 'Content here

Kumar Nayan

Author: Kumar Nayan

कुमार नयन

जन्म : 5 जनवरी, 1955

शिक्षा : एम.ए., एल.एल.बी.।

प्रमुख कृतियाँ : ‘पाँव कटे बिम्ब’ (कविता-संग्रह); ֹ‘आग बरसाते हैं शजर’, ‘एहसास’, ‘ख़याल-दर-ख़याल’, ‘दयारे हयात में’ (ग़ज़ल-संग्रह)।

दूरदर्शन, आकाशवाणी से अनेक बार ग़ज़लें, कविताएँ प्रसारित। भोपाल, रायपुर, अम्बिकापुर, दिल्ली, पटना, मुज़फ़्फ़रपुर, जमशेदपुर, देवघर, आसनसोल सहित देश के अनेक शहरों में ग़ज़ल-पाठ आयोजित।

सम्मान : ‘बिहार भोजपुरी अकादमी सम्मान’, बिहार राजभाषा द्वारा ‘दिनकर पुरस्कार‘, ‘कथा हंस पुरस्कार’, ‘निराला सम्मान’, ‘ग़ालिब सम्मान’, ‘अवितोको पुरस्कार’ आदि।

सम्प्रति : स्वतंत्र लेखन, 'भोज-थियेटर' (लोक सांस्कृतिक मंच) से सम्बद्ध।

Read More
Books by this Author

Back to Top