Aala Afsar-Paper Back

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हिन्दी में व्यापक लोकप्रियता और स्तरीय रचनात्मकता का अद्भुत उदाहरण है मुद्राराक्षस का यह नाटक ‘आला अफ़सर’। हिन्दी में ‘आला अफ़सर’ की लोकप्रियता लगभग अभूतपूर्व है जिसने भारत के हर कोने के रंगकर्मियों और दर्शकों को आकर्षित किया। इसके भारत की अन्य भाषाओं में अनुवाद भी हुए और उन्होंने भी दर्शकों को आकर्षित किया। सबसे लम्बी अवधि तक इस नाटक की प्रस्तुतियाँ मुम्‍बई जैसी व्यावसायिक रंगमंच की नगरी में हुईं। भारतीय रंगमंच के विदेशी अध्येताओं ने इसे एक गहरे आश्चर्य से देखा और विदेशी पुस्तकों में विस्तार से इस नाटक की चर्चा हुई।

सरकार बदलने के बाद भी शासकों का न बदलना, नौकरशाही और राजनीतिज्ञों का रिश्ता एक यथार्थ बन जाना और मजलूमों का न्याय और दया के व्यापार द्वारा शोषण होना, इसके गानों में बताया गया है। मुद्राराक्षस के गानों की भाषा का प्रवाह बेदाग़ और उनका मज़ाहियापन नफ़ीस है। चाहिए कि इसके गाने हर खेल के साथ बेचे जाएँ या बँटें। इसके गाने प्रकाशित हों और रिकार्ड बनें, यह आज की नौटंकी का साहित्य से तक़ाज़ा है—आलोचकों का यह गम्‍भीर बयान इस बात का प्रमाण है कि रचनात्मक स्तर बनाए रखते हुए भी यह नाटक ‘आला अफ़सर’ हिन्दी नाट्य-जगत की एक बड़ी और लोकरंजक घटना है। इस नाटक में नौटंकी के मूल छन्दों को बनाए रखते हुए हिन्दी की वर्तमान कविता की क्षमताओं का संवेदनशील प्रयोग हुआ है।

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Language Hindi
Binding Hard Back, Paper Back
Publication Year 2017
Edition Year 2017, Ed. 1ST
Pages 72P
Price ₹95.00
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Radhakrishna Prakashan
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Mudra Rakshas

Author: Mudra Rakshas

मुद्राराक्षस

जन्म : 21 जून, 1933; बेहटा गाँव, लखनऊ।

1955 से 1960 तक कोलकाता में पत्रकारिता। 1963 से आकाशवाणी, दिल्ली में नौकरी। 1976 में इस्तीफ़ा देकर लखनऊ में रहते हुए स्वतंत्र लेखन। नाटक के क्षेत्र में अनेक नाटकों का निर्देशन। अन्य ललित-रूपंकर कलाओं में गहरी रुचि।

अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र और राजनीति के विषयों के विख्यात टिप्पणीकार। सामाजिक-राजनीतिक मुद्दों पर आन्दोलनों में व्यापक भागीदारी।

उपन्यास, नाटक, कहानी, व्यंग्य, आलोचना आदि की लगभग 40 पुस्तकें प्रकाशित।

अनेक रचनाएँ अन्य भाषाओं में अनूदित।

निधन : 13 जून, 2016

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