Ranger Kavi Asit Kumar Haldar

Author: Gautam Haldar
Translator: Ramshankar Dwivedi
Edition: 2021, Ed. 1st
Language: Hindi
Publisher: Rajkamal Prakashan
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Ranger Kavi Asit Kumar Haldar
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गौतम हालदार महाशय ने इसे असितकुमार हालदार का जीवनालेख्य कहा है। पर यह सिर्फ़ असितकुमार के जीवन प्रसंगों को ही हमारे सामने नहीं लाती है। इसमें अवनीन्द्रनाथ द्वारा प्रवर्तित बंगाल के नवजागरण से उद्भूत कला आन्दोलन के विभिन्न पर्व, अजन्ता और बाघगुहा से चित्रों की प्रतिकृतियों के अभियान में नन्दलाल और असितकुमार का योगदान, अजन्ता की प्रतिकृतियाँ बनायी जायें इसके पीछे भगिनी निवेदिता की प्रेरणा, चित्रशिल्पी रोथेंस्टाइन, हेवेल और रूसी चित्रकार रोरिक की भारतीय कला के प्रति रुचि, रवीन्द्रनाथ, गगनेन्द्रनाथ, द्विजेन्द्रनाथ और कलागुरु अवनीन्द्रनाथ की कला, असितकुमार द्वारा लखनऊ राजकीय कला महाविद्यालय के द्वारा शिल्प और हस्तशिल्प में किया गया योगदान, कला के प्रति उनके विचार-बिन्दु, बचपन से ही चित्रकला के प्रति उनकी रुचि, जयपुर महाराजा कला और हस्तशिल्प विद्यालय की प्रगति में उनका योगदान इस 'रंगेर कवि असितकुमार हालदार' जैसी जीवनी में एक कलारसिक पाठक को सब कुछ मिलेगा। कुछ व्यक्ति केवल चित्रकार होते हैं, शिल्पी अथवा मूर्तिकार या स्थपति, असितकुमार एक संगीतकार, नाटककार, अभिनेता, मूर्तिकार, हस्तशिल्पी, गायक, गीत रचयिताऔर साहित्यकार सभी कुछ थे।

इसमें कोई सन्देह नहीं इस ग्रन्थ के लेखक गौतम हालदार ने काफ़ी परिश्रम के साथ इस ग्रन्थ की रचना की है। चित्रकला और एक व्यक्ति की जीवनी लिखने में उन्होंने पूरे ऐतिहासिक परिवेश का चित्रण कर इसे कला-इतिहास का एक ग्रन्थ भी बना दिया है।

More Information
Language Hindi
Binding Hard Back, Paper Back
Publication Year 2021
Edition Year 2021, Ed. 1st
Pages 489p
Translator Ramshankar Dwivedi
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 21.5 X 14 X 4.5
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Gautam Haldar

Author: Gautam Haldar

गौतम हालदार

जन्म 1946, कोलकाता में।

यादवपुर विश्वविद्यालय के सिविल इंजीनियर के स्नातक। केन्द्र सरकार के एक अधिकारी के रूप में सेवानिवृत्त । शिल्पी असित कुमार हालदार के भतीजे। भारतीय कला के व्याख्याता भूगर्भ विज्ञानी, डॉ. आनन्द केन्टिश कुमारस्वामी के जीवन और कृतित्त्व पर काम करने के दौरान नव्य भारतीय शिल्पकला के साथ परिचय। भारतीय कला के अनुशीलन के प्रारम्भ पर उद्बोधन, निबोधन, देश, बाह्य, साहित्य और संस्कृति आदि पत्र-पत्रिकाओं में प्रस्तुत ग्रन्थ में शिल्पी असित कुमार हालदार की जीवन कथा की रचना के साथ साथ उनकी कलानुशीलन प्रक्रिया को धारावाहिक रूप से उन्होंने निष्ठापूर्वक प्रस्तुत कर दिया है।

सम्पर्क : 12/2, वोटेनिकल गार्डन रोड, हावड़ा-711103

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