Meri Jindagi Mein Chekhov

Author: Lydia Evilov
Translator: Ranjana Shrivastava
Editor: Rajendra Yadav
Edition: 2005, Ed. 1st
Language: Hindi
Publisher: Rajkamal Prakashan
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Meri Jindagi Mein Chekhov
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लीडिया एविलोव चेख़व से चार वर्ष छोटी थीं। उनका जन्म 1864 में मॉस्को में हुआ और पहली बार जब वे चेख़व से मिलीं तो केवल पच्चीस की थीं। चेख़व के साथ अपने सम्बन्ध के ब्यौरे में—जो 1942 में, 78 वर्ष की आयु में उनकी मृत्यु के कई वर्ष बाद ‘चेख़व इन माई लाइफ़’ शीर्षक से छपा—उन्होंने 1889 और 1899 के बीच चेख़व के साथ अपनी केवल आठ मुलाक़ातों का वर्णन किया है, मगर साफ़ मालूम होता है कि वे अक्सर ही मिलते रहे होंगे। संस्मरण में काफ़ी कुछ दिलचस्प सामग्री है मगर उसमें भी ख़ास महत्त्व चेख़व के जीवन की उन घटनाओं का है जो उनके सबसे कल्पना-प्रणव नाटक ‘द सी गल’ की पृष्ठभूमि में थीं। इस नाटक ने उनके कई आलोचकों की बुद्धि की आज़माइश की और नाटक के कई पात्रों के विषय में उनके अनुमान अब सर्वथा निराधार मालूम देते हैं।

इस पुस्तक में लीडिया ने अपने और चेख़व के, दस वर्ष तक चले दुखद प्रेम-प्रसंग का वर्णन किया है। यही समय चेख़व के लेखकीय जीवन का सबसे महत्त्वपूर्ण समय भी था। चेख़व के जीवन के अब तक अनजाने इस अध्याय से उनकी कहानियों और नाटकों में उपस्थित उस वेदना और विषाद को समझने में अन्य किसी भी बात से ज़्यादा मदद मिलती है जो ‘चेरी ऑर्चर्ड’ में वायलिन के तार टूटने की मातमी आवाज़ की तरह ही उनकी सृजन-प्रतिभा और लेखनी से निकली हर प्रेमकथा की विशेषता है।

More Information
Language Hindi
Binding Hard Back, Paper Back
Publication Year 2005
Edition Year 2005, Ed. 1st
Pages 151p
Translator Ranjana Shrivastava
Editor Rajendra Yadav
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22 X 14 X 1.5
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Lydia Evilov

Author: Lydia Evilov

लीडिया एविलोव

जन्म : 15 जून, 1864; इम्पीरियल रशिया।

‘रशियन लिटरेरी सोसायटी’ और ‘यूनियन ऑफ़ राइटर्स’ की सदस्य रहीं। ‘द

सोवियत चेख़व सोसायटी’ की ऑनरेरी सदस्य भी बनीं।

प्रमुख कृतियाँ : ‘लकी मैन एंड अदर स्टोरीज़’, ‘इन्हेरीटर्स’, ‘डसीट’, ‘द पावर एंड अदर स्टोरीज़’, ‘फ़र्स्ट ग्रीफ़ एंड अदर स्टोरीज़’।

चेखव पर लिखी उनकी किताब ‘ए.पी. चेखव इन माय लाइफ़’ उनकी यादगार रचना है जो उनकी मृत्यु के बाद प्रकाशित हुई।

निधन : 27 सितम्बर, 1943

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