Kohbar Ki Shart

As low as ₹159.20 Regular Price ₹199.00
You Save 20%
In stock
Only %1 left
SKU
Kohbar Ki Shart
- +

‘कोहबर की शर्त’ एक ऐसा उपन्यास है, जिसमें पूर्वी उत्तर प्रदेश के दो गाँवों—बलिहार और चौबे छपरा—का जनजीवन गहन संवेदना और आत्मीयता के साथ चित्रित हुआ है—एक रेखांकन की तरह, यथार्थ की आड़ी-तिरछी रेखाओं के बीच झाँकती-सी कोई छवि या आकृति। यह आकृति एक स्वप्न है। इसे दो युवा हृदयों ने सिरजा था। लेकिन एक पिछड़े हुए समाज और मूल्य-विरोधी व्यवस्था में ऐसा स्वप्न कैसे साकार हो? चन्दन के सामने ही उसके स्वप्न के चार टुकड़े—कुँवारी गुंजा, सुहागिन गुंजा, विधवा गुंजा और कफ़न ओढ़े गुंजा—हो जाते हैं। इतना सब झेलकर भी चन्दन यथार्थ की कठोर धरती पर पूरी दृढ़ता और विश्वास से खड़ा रहता है।

‘कोहबर की शर्त’ एक तरह से निराश और बरबाद ज़िन्दगी में एक नई प्रेरणा, नई स्फूर्त और नया उत्साह फूँकने की ही शर्त है, जिसका विस्तार इस मर्मस्पर्शी उपन्यास में सहज ही देखा जा सकता है।

उल्लेखनीय है कि यह उपन्यास हिन्दी सिनेमा की दो चर्चित फ़िल्मों का आधार बना है : 1982 में हिरेन नाग द्वारा निर्देशित ‘नदिया के पार’ तथा हाल के वर्षों में बेहद लोकप्रिय रही ‘हम आपके हैं कौन।’

More Information
Language Hindi
Format Hard Back, Paper Back
Publication Year 1965
Edition Year 2020, Ed. 3rd
Pages 136P
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22 X 14 X 1.5
Write Your Own Review
You're reviewing:Kohbar Ki Shart
Your Rating

Editorial Review

It is a long established fact that a reader will be distracted by the readable content of a page when looking at its layout. The point of using Lorem Ipsum is that it has a more-or-less normal distribution of letters, as opposed to using 'Content here

Keshav Prasad Mishra

Author: Keshav Prasad Mishra

केशव प्रसाद मिश्र

जन्म : 26 जुलाई, 1926; ग्राम—बलिहार, ज़िला—बलिया (उ.प्र.) में।

शिक्षा : एम.ए. अर्थशास्त्र, प्रयाग विश्वविद्यालय, इलाहबाद।

कार्यालय ए.जी.यू.पी. इलाहबाद में ऑडिटर पद से 1986 में सेवानिवृत।

प्रकाशित पुस्तकें : उपन्यास—‘कोहबर की शर्त’ (इसी उपन्यास पर ‘नदिया के पार’ व ‘हम आपके हैं कौन’ नामक फिल्मों का फिल्मीकरण राजश्री प्रोडक्शन्स द्वारा हुआ है), ‘देहरी के आर-पार’, ‘कलि दीवार’, ‘महुआ और साँप’, ‘गंगा जल’, ‘क्या रोशनी मौत है’ (शीघ्र प्रकाश्य), ‘दूसरा सत्य’ (शीघ्र प्रकाश्य); कहानी-संग्रह—‘समुहुत’, ‘कोयला भई न राख’। लगभग 350 कहानियाँ प्रकाशित।

निधन : 22 अक्टूबर, 1989

Read More
Books by this Author

Back to Top