Khel Patrakarita

Editor: Ramsharan Joshi
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Khel Patrakarita
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आजकल मीडिया में क्रिकेट इस क़दर छाया हुआ है कि वह खेल का पर्याय-सा बन गया है। सौभाग्यवश इस देश के कुछ हिस्सों में, कुछ व्यक्तियों में, और दुनिया के बहुत से देशों में दूसरे खेलों की लोकप्रियता खेल के व्यापक फलक को सही ढंग से उजागर करती है। खेल पत्रकारिता के लिए आप में एक अच्छे पत्रकार के सभी गुण होने चाहिए, परन्तु उसके अलावा खेल के क्षेत्र की विशिष्टताओं को ध्यान में रखते हुए कुछ और बातें भी ज़रूरी हैं। खेल पत्रकारिता केवल वर्णनात्मक नहीं है, उसमें विश्लेषण और मौलिकता के लिए भी एक बड़ा दायरा उपलब्ध रहता है। खेल अपने आप में तो दिलचस्प होता ही है, परन्तु समाचार-पत्रों में उसकी प्रस्तुति उसे और अधिक दिलचस्प बना देती है। खेल के रस और आनन्द को शब्दों के माध्यम से ऐसे पेश करना जिसमें खेल देखने से अधिक उसका समाचार पढ़ने में रस और आनन्द आए सफल खेल पत्रकारिता का मापदंड है।

अच्छी खेल पत्रकारिता के लिए ज़रूरी ज्ञान और कौशल देनेवाली यह पुस्तक उन सबके लिए उपयोगी है जो खेल के निरन्तर लोकप्रिय हो रहे क्षेत्र में अपनी पहचान बनाना चाहते हैं।

More Information
Language Hindi
Format Hard Back, Paper Back
Publication Year 1992
Edition Year 2019, Ed. 3rd
Pages 135p
Translator Not Selected
Editor Ramsharan Joshi
Publisher Radhakrishna Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 1.5
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Sushil Doshi

Author: Sushil Doshi

सुशील दोषी

जन्म : 9 जून, 1947।

शिक्षा : बी.ई. (इलेक्ट्रिकल)। देश के सबसे लोकप्रिय हिन्दी क्रिकेट कमेंटेटर।

सात पुस्तकों का प्रकाशन। देश के प्रमुख हिन्दी खेल लेखकों में शामिल। 350 से ज्यादा एकदिवसीय अन्तर्राष्ट्रीय मैचों व 75 से ज्यादा टेस्ट मैचों की देश-विदेश में तथा अनेक खेल चैनलों के लिए हिन्दी कमेंटरी की। मध्य प्रदेश सरकार द्वारा हिन्दी कमेंटरी के लिए 'लाइफ टाइम अचीवमेंट’ पुरस्कार। अन्तरराष्ट्रीय होलकर स्टेडियम के कमेंटरी बॉक्स का नाम 'सुशील दोषी कमेंटरी बॉक्स’ कर दिया गया है। किसी कमेंटेटर को भारत में पहली बार यह सम्मान मिला है।

सम्प्रति : डायरेक्टर, दोषी ऑटोमोबाइल्स प्रा.लि.।

 

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