Chandrashekhar Azad : Mithak Banam yatharth

Author: Pratap Gopendra
As low as ₹495.00 Regular Price ₹550.00
You Save 10%
In stock
Only %1 left
SKU
Chandrashekhar Azad : Mithak Banam yatharth
- +

असहयोग आन्दोलन के स्थगन से निराश युवा गुप्त संगठनों से जुड़कर अपनी विचारधारा एवं कार्यक्रमों के द्वारा ब्रिटिश हुकूमत की चूलें हिलाने लगे। इन संगठनों में ‘हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन’ यानी एच.एस.आर.ए. का स्थान सर्वोपरि है और उतना ही विशिष्ट है— एच.एस.आर.ए. के शीर्षस्थ नेता अमर शहीद चन्द्रशेखर आज़ाद का स्थान। मिथकों के ढेर में दबी क्रान्तिकारी विचारधारा भारत के आधुनिक इतिहास लेखन में जितनी दुर्बोध बनी हुई है, उतना ही अज्ञात है आज़ाद  का जीवन। सुदूर भाबरा के जंगलों में भील समुदाय के बीच पला-बढ़ा सामान्य शिक्षा-दीक्षा और साधारण शक्ल-ओ-सूरत का एक निर्धन बालक, काशी आकर कैसे एक प्रचण्ड राष्ट्रभक्त में विकसित हुआ और अन्तत: अपनी आहुति देकर राष्ट्र का अभिमान बन गया, इसे समझे बिना स्वतन्त्रता संग्राम के इतिहास को पूर्णत: नहीं समझा जा सकता।

यह कृति विश्वसनीय एवं प्राथमिक अध्ययन स्रोतों के गहन विश्लेषण के आधार पर चन्द्रशेखर आज़ाद के जीवन को और सम्पूर्ण क्रान्तिकारी विचारधारा को मिथकों से अलग कर ऐतिहासिक सन्दर्भों में समझने का एक विनम्र प्रयास है।

More Information
Language Hindi
Format Hard Back, Paper Back
Publication Year 2023
Edition Year 2023, Ed. 1st
Pages 528p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Lokbharti Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 3.5
Write Your Own Review
You're reviewing:Chandrashekhar Azad : Mithak Banam yatharth
Your Rating
Pratap Gopendra

Author: Pratap Gopendra

प्रताप गोपेन्द्र यादव

जन्म : 12 मई 1982, ग्राम फत्तनपुर, ज़िला आज़मगढ़, उ.प्र.।

शिक्षा : बी.एस-सी, परास्नातक प्राचीन इतिहास

गतिविधियाँ : भारतीय पुलिस सेवा में रहते हुए विभिन्न संस्थाओं में समय-समय पर वक्तव्य तथा विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में अब तक लगभग 100 लेख प्रकाशित। लखनऊ विश्वविद्यालय में प्राचीन इतिहास में शोधरत।

साहित्य-सेवा : फत्तनपुर : मेरा गाँव मेरे लोग, मारीच पथ (कहानी-संग्रह) एवं इतिहास के दुर्लभ दस्तावेज प्रकाशनाधीन।

पुरस्कार : ‘इतिहास के आईने में आजमगढ़’ पुस्तक पर उत्तर प्रदेश हिन्दी संस्थान द्वारा वर्ष 2020 के आचार्य नरेन्द्र देव पुरस्कार से सम्मानित।

सम्प्रति : सेनानायक, चतुर्थ वाहिनी पी.ए.सी., प्रयागराज।

ई-मेल : pgyadav81@gmail.com

Read More
Books by this Author
Back to Top