Uttar Pradesh Ka Swatantrata Sangram : Siddharthnagar

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Edition: 2023, Ed. 1st
Language: Hindi
Publisher: Rajkamal Prakashan
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Uttar Pradesh Ka Swatantrata Sangram : Siddharthnagar
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यह पुस्तक आजादी के आंदोलन में सिद्धार्थनगर जनपद के योगदान को रेखांकित करती है। विद्वान लेखक ने सम्यक् अध्ययन एवं शोध के उपरांत इस पुस्तक को लेखनीबद्ध किया है। मुगल आक्रांताओं से लोहा लेने के लिए सतासी राज्य के इतिहास से लेकर 1857 में हुई देशव्यापी ब्रिटिश विरोधी क्रांति तक इस जनपद के जन-गण ने अपनी भूमि और अपने देश के लिए जान हथेली पर रखकर संघर्ष किया।

19वीं सदी के आंदोलनों में यहाँ के लोगों ने बढ़-चढ़कर भाग लिया। चौरी-चौरा जनक्रांति के पश्चात् इस जनपद के लोगों के आंदोलित होने पर तत्कालीन अधिकारियों ने शोहरतगढ़ के कांग्रेस कार्यालय को जला दिया था।

पं. परमेश्वर दत्त को कोड़ों से पीटा गया। शहीद बुधई की जान भी ऐसे ही अत्याचार के कारण गई। शहीद हबीबुल्लाह ने जेल में अनशन करके अपने प्राण त्याग दिए। ऐसी तमाम घटनाएँ इस जनपद के इतिहास में आज अपनी अलग ही चेतना से जगमगा रही हैं जिन्हें इस पुस्तक के माध्यम से देशभक्त जन के सामने लाया जा रहा है।

More Information
Language Hindi
Binding Hard Back
Publication Year 2023
Edition Year 2023, Ed. 1st
Pages 164p
Translator Not Selected
Editor Dr. Gyaneshwar Muley
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 24.5 X 16.5 X 2
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Dr. Arun Kumar Tripathi

Author: Dr. Arun Kumar Tripathi

डॉ. अरुण कुमार त्रिपाठी

जन्म : 22 नवंबर,1977, ग्राम-तिघरा पंडित, पोस्ट–नगहरा, जिला–बस्ती (उ.प्र.) पिन–272 002

माता का नाम : श्रीमती केशमती त्रिपाठी

पिता का नाम  : स्व. श्री ओंकारनाथ त्रिपाठी; वंश : पुहिला, गोरखपुर।

शिक्षा : एम.ए. (संस्कृत), पीएच.डी.।

प्रकाशित ग्रंथ : ‘नल विलास परिशीलन’; ‘संस्कृत वाङ्मय में भौतिक विज्ञान’; ‘कुंभ महापर्व’ (ऐतिहासिक एवं ग्रंथीय विवेचन); ‘नाथ संप्रदाय के सिद्ध योगी’; ‘नवनाथ’; ‘कथा नाथ पंथ की’ (नाथ संप्रदाय : दर्शन); ‘युवा कल्याणार्थ नाथ पंथ’ (नाथ संप्रदाय : परंपरा); ‘योगी आदित्यनाथ : दृष्टि संवाद’; ‘गोरक्षसहस्रनाम स्तोत्रम्’ (मूल पांडुलिपि का संपादन एवं अनुवाद)।

60 से अधिक शोधपरक निबंधों, आलेखों, शोधपत्रों एवं कविताओं का प्रकाशन।

अप्रकाशित ग्रंथ : ‘तीर्थ राज प्रयाग’, ‘नैषधीयचरितम्’, ‘शंकराचार्य एवं अद्वैत दर्शन’, ‘गोरखपुर सरकार’।

सहभागिता : 44 से अधिक राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय संस्कृत सम्मेलनों में सहभागिता, शोधपत्र प्रस्तुति, रेडियो वार्ता, पांडुलिपि सर्वेक्षण, ​स्क्रिप्टराइटिंग, गीत-लेखन इत्यादि।

संप्रति : अध्यापक, प्रयागराज (उ.प्र.)।

संपर्क : 9918456889, 8840749769

ईमेल : arundeep9918@gmail.com

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