Saankal

Author: Zakia Zubairi
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Saankal
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यह बात सच है कि पैदाइश और परवरिश का माहौल ज़िन्दगी भर ज़ेहन पर हावी रहता है। और अगर तालीम का रंग भी इनमें शामिल हो जाए तो सोच का मुकम्मल ख़ाक़ा तैयार हो जाता है। ज़किया ज़ुबैरी की कहानियों का संग्रह ‘साँकल’ पढ़ते हुए बारहा यही महसूस होता है। इन कहानियों पर राजेन्द्र यादव की यह राय दुरुस्त है कि, ‘उनकी कहानियाँ ऐसे नारी मन के विभिन्न पहलुओं पर केन्द्रित हैं जो अभी भी भारत को अपने भीतर बसाए हुए है। वे द्वन्द्व और नॉस्टेल्जिया की कहानियाँ हैं।’

ज़किया औरतों की ज़िन्दगी में आहिस्ता से दाख़िल होकर उनके मन की परतों को खोलती हैं। भीतरी तहों में दबे सच कभी ‘बाबुल मोरा’ की लिसा, तो कभी ‘मेरे हिस्से की धूप’ की शम्मो के रूप में सामने आते हैं। अगर लेखिका की संवेदना परखनी हो तो ‘मारिया’, ‘साँकल’, ‘लौट आओ तुम’ जैसी कहानियाँ पढ़नी चाहिए।

सरोकार के साथ भाषा लेखिका की बहुत बड़ी ताक़त है। बड़ी सहजता से पूरा मंज़र सामने खड़ा हो जाता है, ‘किसी से डर न ख़ौफ़—बिन्दास! छोटी-छोटी आँखों को टेढ़ी करके बात किया करती, बात-बात पर खिलखिलाकर हँस देती और हँसते हुए झूल-सी जाती। वो जो कपड़े पहने होती, ऊँचे-नीचे, बेमेल-से, कहीं-कहीं से सिलाई खुले हुए कपड़ों से जवानी झाँक रही होती। वह एक ऐसी बेटी थी जिसके कारण घर में कंकरों की आमद बनी रहती।’ बेहद दिलचस्प कहानियों का संग्रह।

More Information
Language Hindi
Format Hard Back
Publication Year 2014
Edition Year 2014, Ed. 1st
Pages 120p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22 X 14.5 X 1
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Zakia Zubairi

Author: Zakia Zubairi

ज़किया ज़ुबैरी

जन्म : 1 अप्रैल, 1942; लखनऊ।

शिक्षा : स्नातक, बनारस हिन्दू विश्वविद्यालय से।

बचपन से ही पेंटिंग एवं कविता व कहानी लिखने का शौक़। हिन्दी एवं उर्दू दोनों भाषाओं में समान अधिकार।

एशियन कम्यूनिटी आट् र्स की अध्यक्ष। कथा यू.के. के साथ मिलकर साहित्यिक एवं सांस्कृतिक हस्तियों के सम्मान में समारोहों का आयोजन।

प्रमुख कृतियाँ : ‘साँकल’ (कहानी-संग्रह), ‘ब्रिटेन में उर्दू क़लम’ (ब्रिटेन में बसे 8 उर्दू कहानीकारों की कहानियों का हिन्दी अनुवाद), ‘समुद्र पार ग़ज़ल संसार’।

सम्मान : डी.ए.वी. कॉलेज, यमुना नगर द्वारा शिक्षा क्षेत्र में सक्रिय योगदान के लिए विशेष सम्मान (2007)। आज़मगढ़ निगम द्वारा आज़मगढ़ की बेटी के रूप में ब्रिटेन में सामाजिक उपलब्धियों के लिए सम्मान (2007)। ‘अभिव्यक्ति’ वेबज़ीन द्वारा आयोजित ‘कथा महोत्सव-2008’ में कहानी ‘मेरे हिस्से की धूप’ को श्रेष्ठ कहानी का सम्मान।

सम्प्रति : लन्दन की बरॉ ऑफ़ बारनेट के कॉलिंडेल वार्ड की निर्वाचित लेबर पार्टी काउंसलर।

ई-मेल : zakiiaz@gmail.com

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