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Padmavaat : Mool Evam Sanjeev Vyakhya
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Padmavaat : Mool Evam Sanjeev Vyakhya
भारत के प्रसिद्ध विद्वान और इतिहासकार डॉ. वासुदेव शरण अग्रवाल की यह केवल संजीवनी व्याख्या टीका ही नहीं है, बल्कि भारतीय संस्कृति के विकास का इतिहास भी है। अनेक शब्दों की इतनी मार्मिक व्याख्या की गई है कि उनके द्वारा नए सांस्कृतिक सन्दर्भ और प्रसंग व्याख्यायित होते हैं। किसी भी मध्यकालीन ग्रन्थ की ऐसी टीका हिन्दी में नहीं है। इस पुस्तक के द्वारा न केवल जायसी को बल्कि पूरे मध्यकालीन सूफ़ी काव्य को गहराई से समझा जा सकता है।
Language | Hindi |
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Format | Hard Back |
Publication Year | 2018 |
Edition Year | 2018, Ed. 1st |
Pages | 782p |
Translator | Not Selected |
Editor | Vasudev Sharan Agarwal |
Publisher | Lokbharti Prakashan |
Dimensions | 25 X 16 X 4 |