Keshavdas-Text Book

Author: Vijaypal Singh
ISBN: 9789352210732
Edition: 2015, Ed. 3rd
Language: Hindi
Publisher: Lokbharti Prakashan
₹150.00
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9789352210732
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केशवदास ऐतिहासिक दृष्टि से हिन्दी ही के प्रथम आचार्य नहीं हैं, वरन् प्रौढ़ता, व्यापकता एवं मौलिकता की दृष्टि से वे रीतिकाल के भी सर्वश्रेष्ठ आचार्य हैं। वे रीतिकाल के युग-निर्माता साहित्यकार हैं। समस्त रीतिकाल में केशव के समान व्यापक अध्ययन, गहरी एवं मौलिक दृष्टि वाला अन्य आचार्य दिखाई नहीं देता।

केशव के महत्त्व को व्याख्यायित करनेवाले प्रस्तुत ग्रन्थ को सम्पादित करते समय विद्वान सम्पादक ने रीतिकालीन साहित्य के मूर्धन्य विद्वानों और आलोचकों का सहयोग प्राप्त किया है। पूरी पुस्तक का संयोजन इस तरह किया गया है, जिससे अध्येताओं और शोधार्थियों के साथ छात्रों को केशवदास और उनके काव्य अवदान का सम्पूर्ण ज्ञान एक जगह उपलब्ध हो जाए। आचार्य केशवदास सम्बन्धी अध्ययन के क्षेत्र में प्रस्तुत पुस्तक एक बड़े अभाव की पूर्ति करती है।

More Information
Language Hindi
Binding Paper Back
Edition Year 2015, Ed. 3rd
Pages 272p
Price ₹150.00
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Lokbharti Prakashan
Dimensions 22 X 14 X 1.5
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Vijaypal Singh

Author: Vijaypal Singh

विजयपाल सिंह

जन्म : 21 जून, 1923; ग्राम—बनवारीपुर, जलेसर, एटा (उ.प्र.)।

शिक्षा : एम.ए. (हिन्दी) प्रथम श्रेणी, एम.ए. (संस्कृत) प्रथम श्रेणी, पीएच.डी., डी.लिट्.।

कार्यक्षेत्र : श्री वेंकटेश्वर विश्वविद्यालय, तिरुपति (आंध्र) तथा काशी हिन्दू विश्वविद्यालय, वाराणसी के पूर्व प्रोफ़ेसर एवं हिन्दी विभागाध्यक्ष (सन् 1960-1983 ई.)।

प्रमुख कृतियाँ : ‘केशव और उनका साहित्य’, ‘केशव का आचार्यत्व’, ‘केशव की काव्य-चेतना’, ‘केशव-कोश, ‘केशव-समग्र’, ‘सामान्य हिन्दी’, ‘रीतिकालीन साहित्य कोश’, ‘रामचन्द्रिका’, ‘कवि प्रिया’ तथा ‘रसिक प्रिया की टीकाएँ’, ‘हिन्दी अनुसन्धान’, ‘पाश्चात्य काव्यशास्त्र’, ‘भारतीय काव्यशास्त्र’, ‘संस्कृत साहित्य का इतिहास’।

सम्पादन : ‘कथा-एकादशी’, ‘श्रेष्ठ कहानियाँ’, ‘श्रेष्ठ एकांकी’, ‘रीतिकाव्य संग्रह’, ‘साहित्यिक रेखाचित्र’, ‘बिहारी वैभव’, काशी हिन्दी विश्वविद्यालय की शोध पत्रिका के अनेक वर्षों तक प्रधान सम्पादक।

यात्राएँ : रूस 1974, मॉरिशस 1976 और नेपाल की अनेक बार यात्राएँ।

सम्मान : ‘वेंकटेश्वर से विश्वनाथ : डॉ. विजयपाल सिंह अभिनन्दन ग्रन्थ’ कई पुरस्कारों से सम्मानित।

निधन : 29 दिसम्बर, 2008

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