Ghar Begana Hua Kiya

Author: Amitava Kumar
Translator: Prabhat Ranjan
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Ghar Begana Hua Kiya
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अंतरराष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त अंग्रेज़ी लेखक अमिताभ कुमार कथा-कथेतर दोनों विधाओं में लिखते हैं। ‘Home Products’ उनका पहला उपन्यास है जो अब हिंदी में ‘घर बेगाना हुआ किया’ नाम से उपलब्ध हो रहा है।

इस उपन्यास के केन्द्र में बिनोद और रबिन्दर नाम के दो भाई हैं। सगे नहीं, लेकिन उनका पालन-पोषण सगे भाइयों की तरह ही हुआ, और दोनों मध्यवर्गीय आकांक्षाओं के दो लगभग विपरीत छोरों से दुनिया को देखते-समझते हैं। बिनोद का उद्देश्य है लेखक बनना, लेकिन उसकी अतिरिक्त संवेदनशीलता और चीज़ों को उनके असल रूप में देखने की उसकी प्रवृत्ति उसे उतना व्यावहारिक नहीं रहने देती कि अपने आसपास के अनुभवों और उन पर अपनी प्रतिक्रिया को तटस्थ ढंग से कथा में तब्दील कर सके। वह पत्रकारिता से जुड़ा है और एक अच्छी फ़िल्म की पटकथा लिखने की कोशिश में है, जिसके लिए उसे एक फ़िल्मकार ने कहा भी है। लेकिन फ़िल्म बनती है रबिन्दर की कहानी पर जिसका जीवन ख़ुद एक कहानी है। बिना ज़्यादा सोचे कुछ भी कर गुज़रने वाला रबिन्दर हमेशा बाहर की तरफ़ देखता है। जेल जा चुका है। अनुभवों का एक बड़ा ख़ज़ाना उसके पास है जो देखते ही देखते उसे फ़िल्म-जगत के सितारों के समकक्ष पहुँचा देता है।

लेकिन यह कहानी सिर्फ़ इन दोनों की नहीं है; यह उस समूचे परिवेश की कथा है जिसके लिए बिहार को ख़ासतौर पर जाना जाता है—राजनीति और अपराध जिसका एक सिरा है, तो वहाँ के लोगों की सचेत-सजग-समर्थ और रचनात्मक मेधा दूसरा। यह उपन्यास इस जटिल संरचना को बेहद विश्वसनीय ढंग से प्रस्तुत करता है।

More Information
Language Hindi
Format Paper Back
Publication Year 2023
Edition Year 2023, Ed. 1st
Pages 328p
Translator Prabhat Ranjan
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 19 X 12 X 2
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Amitava Kumar

Author: Amitava Kumar

अमिताभ कुमार

अमिताभ कुमार का जन्म 17 मार्च, 1963 को आरा, बिहार में हुआ। उनकी प्रारम्भिक शिक्षा पटना में हुई। दिल्ली विश्वविद्यालय, सायराक्यूस विश्वविद्यालय और मिनेसोटा विश्वविद्यालय, अमेरिका से उन्होंने उच्च शिक्षा प्राप्त की।

उनकी प्रमुख कृतियाँ हैं—‘हसबैंड ऑफ़ ए फ़ैनेटिक’, ‘होम प्रोडक्ट्स’ ‘ए टाइम आउटसाइड दिस टाइम’, ‘द ब्लू बुक : ए राइटर्स जर्नल’। ‘हसबैंड ऑफ़ ए फ़ैनेटिक’ न्यूयॉर्क टाइम्स की ‘एडिटर्स चॉइस’—सम्पादक की पसन्दीदा—किताब रही है। ‘होम प्रोडक्ट्स’ उनका पहला उपन्यास है। ‘घर बेगाना हुआ किया’ उनके इसी उपन्यास का अनुवाद है। उनकी रचनाएँ ‘द नेशन’, ‘हारपर्स’, ‘द अमेरिकन प्रॉस्पेक्ट’ और  ‘द न्यू स्टेट्समैन’ में प्रकाशित होती रही हैं।

फ़िलहाल वे वासर कॉलेज, न्यूयॉर्क में अंग्रेज़ी के प्रोफ़ेसर हैं।

ई-मेल : amkumar@vassar.edu

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