Ekakipan Ke Sau Varsh

Translator: Manisha Taneja
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Ekakipan Ke Sau Varsh
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‘एकाकीपन के सौ वर्ष’ की कहानी आपको विस्मित करती है; इसकी अतिरंजनाएँ आपको अवाक् और हास्य के आवेग में विह्वल छोड़ देती हैं; आप एक विराट स्मृति-गाथा के अतिमानवीय मायाजाल में धीरे-धीरे यथार्थ और वास्तविकता के कठोर पत्थरों पर पैर रखते हुए आगे बढ़ते हैं; और इस तरह मानव नियति के साथ बिंधे अनन्त अकेलेपन की एक सामूहिक गाथा के दूसरे छोर तक जाते हैं।

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Language Hindi
Format Hard Back, Paper Back
Publication Year 2021
Edition Year 2023, Ed. 2nd
Pages 440p
Translator Manisha Taneja
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 22.5 X 15 X 3
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Author: Gabriel Garcia Marquez

गाब्रिएल गार्सीया मार्केस

गाब्रिएल गार्सीया मार्केस (1927-2014) स्पैनिश भाषा के ऐसे रचनाकार थे जिनके लेखन ने समूची दुनिया के साहित्य को प्रभावित किया। उनके उपन्यास ‘एकाकीपन के सौ वर्ष’ को बीसवीं सदी की सबसे महत्त्वपूर्ण कृतियों में शुमार किया जाता है। 1982 में साहित्य के नोबेल पुरस्कार से सम्मानित मार्केस की अन्य चर्चित कृतियाँ हैं–आइज़ ऑफ़ ए ब्लू डॉग’ (1947), ‘लीफ़ स्टॉर्म’ (1955), ‘नो वन राइट्स टू द कर्नल’ (1958), ‘इन इविल ऑवर’ (1962), ‘बिग मामाज़ फ्यूनेरल’ (1962), ‘वन हंड्रेड इयर्स ऑफ़ सॉलिट्यूड’ (1967), ‘दि ऑटम ऑफ़ द पेट्रियार्क’ (1975), ‘क्रॉनिकल ऑफ़ ए डेथ फोरटोल्ड’ (1981), ‘लव इन द टाइम ऑफ़ कॉलेरा’ (1985), ‘ऑफ़ लव एंड अदर डिमन्स’ (1994)।

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