Ek Sau Pachas Premikayen

Author: Indira Dangi
Edition: 2016, Ed 1st
Language: Hindi
Publisher: Rajkamal Prakashan
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Ek Sau Pachas Premikayen
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इंदिरा दाँगी की भाषा में एक संयत खिलन्दड़ापन है और कथा-विषयों की एक नई रेंज। ये दोनों ही चीज़ें उन्हें अलग से पढ़े जानेवाले कथाकार के रूप में प्रतिष्ठित करती हैं। भाषा जब पाठक को अपने जादू में ले लेती है तब भी उनका क़िस्सागो सतर्क रहता है कि किस बिन्दु पर कौन-सा क़दम उठाना है, कि कहानी भी आगे बढ़े और पात्र का नक़्शा भी ज़्यादा साफ़ हो। कह सकते हैं कि वे अपने विवरणों में एक नई क़िस्सागोई का आविष्कार करती हैं, शैलीगत चमत्कारों में उलझकर नहीं रह जातीं।

संग्रह की पहली ही कहानी ‘लीप सेकेंड’ को कथाकार के रूप में उनकी क्षमताओं की बानगी के रूप में पढ़ा जा सकता है। एक बिलकुल अछूता विषय, फिर उसका इतना चित्रात्मक ट्रीटमेंट, आदमी की जिजीविषा को ज़िन्दगी की वास्तविक सड़क पर मूर्त करने की क्षमता, सराहनीय है। इसी तरह ‘एक चोरी प्यासी घाटियों के नाम’ कहानी हमें व्यक्ति के आत्मान्वेषण के एक नए इलाक़े में ले जाती है और कहानी के रूप में अत्यन्त स्पष्टता के साथ अपना आकार पाती है। मध्यवर्गीय मन यहाँ अपनी सीमाओं को बहुत महीन ढंग से तोड़ने को व्याकुल दिखाई देता है। ऐसा ही कुछ ‘एक नन्ही तितली आती तो है’ कहानी में देखा जा सकता है जिसकी ज़मीन तो उतनी नई नहीं है लेकिन जिस ढंग से वह अपनी शैली और अपने पात्रों को बरतती हैं, उसमें अपने ढंग का एक अलग आकर्षण है।

उम्मीद है, चर्चित-सुपरिचित इन कहानियों की यह प्रस्तुति पाठकों की प्रसन्नता का कारण बनेगी।

 

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Language Hindi
Binding Hard Back, Paper Back
Publication Year 2016
Edition Year 2016, Ed 1st
Pages 144p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
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Indira Dangi

Author: Indira Dangi

इंदिरा दाँगी

जन्म 23 फरवरी, 1980 को ज़िला—दतिया, मध्य प्रदेश में हुआ। आपने हिन्दी साहित्य में एम.ए. किया है।

देश की विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में आपकी कहानियाँ, नाटक आदि रचनाएँ प्रकाशित। आपकी प्रमुख कृतियाँ हैं—‘हवेली सनातनपुर’, ‘रपटीले राजपथ’ (उपन्यास); ‘बारहसिंगा का भूत’, ‘शुक्रिया इमरान साहब’ (कहानी); ‘आचार्य’ (नाटक) आदि।

आपकी कहानियों के अनुवाद अंग्रेज़ी, उर्दू, मलयालम, ओड़िया, तेलगू, संथाली, कन्नड़, मराठी सहित कई भाषाओं में प्रकाशित।

आप 'राष्ट्रीय पुरस्कार' (केन्द्रीय साहित्य अकादेमी), 'भारतीय ज्ञानपीठ नवलेखन अनुशंसा पुरस्कार', 'बालकृष्ण शर्मा नवीन पुरस्कार' (साहित्य अकादमी, मध्य प्रदेश), 'रमाकांत स्मृति पुरस्कार' के अलावा अन्य कई पुरस्कारों से सम्मानित हो चुकी हैं।

ई-मेल : mukesh219701489@gmail.com 

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