Thackeray Bhaau

Author: Dhaval Kulkarni
Translator: Prabhat Ranjan
As low as ₹269.10 Regular Price ₹299.00
You Save 10%
In stock
Only %1 left
SKU
Thackeray Bhaau
- +

चचेरे और मौसेरे भाई—राज और उद्धव। सगे लेकिन राजनीतिक सोच में बिल्कुल अलग। एक बाल ठाकरे की चारित्रिक विशेषताओं को फलीभूत करने वाला, उनकी आक्रामकता को पोसनेवाला, दूसरा कुछ अन्तर्मुखी जिसकी रणनीतियाँ सड़क के बजाय काग़ज़ पर ज़्यादा अच्छी उभरती हैं। शिवसेना की राजनीति को आगे बढ़ाने के दोनों के ढंग अलग थे। बाल ठाकरे की ही तरह कार्टूनिस्ट के रूप में कैरियर की शुरुआत करनेवाले राज ने पार्टी के विस्तार के लिए चाचा की मुखर शैली अपनाई। दूसरी तरफ़ उद्धव अपने पिता की छत्रछाया में आगे बढ़ते रहे। राज ठाकरे ने अपनी स्वतंत्र पहचान के लिए महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) का गठन किया, वहीं उद्धव महाराष्ट्र की राजनीति में अपनी व्यावहारिक सूझ-बूझ के चलते आज महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री हैं। यह पुस्तक इन दोनों भाइयों के राजनीतिक उतार-चढ़ाव का विश्लेषण है। पहचान की महाराष्ट्रीय राजनीति और शिवसेना तथा उससे बनी महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के उद्भव की जटिल सामाजिक, सांस्कृतिक और आर्थिक पृष्ठभूमि का विश्लेषण करते हुए इस पुस्तक में उद्धव सरकार के गद्दीनशीन होने के पूरे घटनाक्रम और उसके अब तक के, एक साल के शासनकाल की चुनौतियों और उपलब्धियों का पूरा ब्यौरा भी दिया गया है।

More Information
Language Hindi
Format Paper Back
Publication Year 2021
Edition Year 2021, Ed. 1st
Pages 288p
Translator Prabhat Ranjan
Editor Not Selected
Publisher Rajkamal Prakashan
Dimensions 21.5 X 13.5 X 2
Write Your Own Review
You're reviewing:Thackeray Bhaau
Your Rating
Dhaval Kulkarni

Author: Dhaval Kulkarni

धवल कुलकर्णी

धवल कुलकर्णी मुम्बई में पत्रकारिता करते हैं। पत्रकारिता में उन्हें लगभग 20 साल का अनुभव है। वे अलग-अलग समाचार समूहों जैसे—टाइम्स ऑफ़ इंडिया, हिन्दुस्तान टाइम्स, द इंडियन एक्सप्रेस, न्यू इंडियन एक्सप्रेस और डीएनए के साथ काम कर चुके हैं।

शासन और राजनीति, जाति, पहचान और सामाजिक आन्दोलन, पर्यावरण तथा जंगल, स्वास्थ्य, आधारभूत संरचना, विरासत, संस्कृति और पुरातत्त्व जैसे विभिन्न विषयों पर लिखते रहे हैं। इसके साथ ही वे पुस्तकों की समीक्षा भी करते हैं। फ्रीलांस पत्रकार के रूप में इकॉनोमिक एंड पॉलिटिकल वीकली (EPW), लोकसत्ता.कॉम, न्यूज़18.कॉम, हिन्दुस्तान टाइम्स, बिजनेस स्टैण्डर्ड, द प्रिंट, फ्री प्रेस जर्नल (FPJ), गोमान्तक टाइम्स और चित्रलेखा (मराठी) के लिए भी लेखन कर चुके हैं। उनकी दूसरी पुस्तक ‘The Bawla Murder Case : Love, Lust and Crime in Colonial India’ जनवरी, 2021 में प्रकाशित होने वाली है।

Read More
Books by this Author
New Releases
Back to Top