Pajame Mein Aadmi

Author: Nag Bodas
Edition: 2024, Ed. 2nd
Language: Hindi
Publisher: Radhakrishna Prakashan
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Pajame Mein Aadmi
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यद्यपि नाग बोडस एक नाटककार के रूप में अधिक प्रसिद्ध हैं, पर उनके साहित्यिक जीवन की शुरुआत कहानी-लेखन से ही हुई थी। उनकी पहली कहानी अज्ञेय द्वारा सम्पादित पत्रिका ‘नया प्रतीक’ में छपी थी। इसके बाद साहित्य की लगभग सभी महत्त्वपूर्ण पत्रिकाओं में उनकी कहानियाँ छपी हैं। उनकी कहानियों में एक बौद्धिक ऊर्जा देखी जा सकती है। ये सभी कहानियाँ न केवल विषयों के स्तर पर, बल्कि ‘कहने’ के स्तर पर भी भिन्न-भिन्न प्रकार की हैं। पर इसके बावजूद इनमें लेखक की छाप देखी जा सकती है और इसलिए कम-से-कम हिन्दी में ये अपनी अलग पहचान बनाती हैं।

इनमें प्रयोगात्मकता तथा भाषा का विशेष प्रकार का उपयोग है और इसलिए इन्हें पढ़ना एक अलग तरह के अनुभव से गुज़रना है। इस हिसाब से इनके लोकप्रिय होने में सन्देह किया जा सकता है, पर स्तरीय होने में नहीं। वैसे आज की लोकप्रिय कहानियों की हालत को देखते हुए, लोकप्रिय न होना अपने-आप में कोई सीमा नहीं है।

नाग बोडस के लेखन में अन्वेषण का उत्साह है, यद्यपि यह अन्वेषण किसी बुनियादी या बड़े सत्य के लिए न होकर स्थितियों के अन्दर से और अन्दर झाँकने की कोशिश के हिस्से की तरह लगता है।

विडम्बना उनकी कहानियों का एक प्रमुख तत्त्व है और ‘जन्मदिन’ जैसी कहानी तो इसी पर आधारित है। जो पाठक लीक से हटकर किन्तु दिलचस्प पढ़ने की लालसा रखते हैं, वे निश्चय ही इस संग्रह को अपने पाठन-मन के अनुकूल पाएँगे।

More Information
Language Hindi
Binding Hard Back
Publication Year 1995
Edition Year 2024, Ed. 2nd
Pages 158p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Radhakrishna Prakashan
Dimensions 22 X 14 X 1
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Nag Bodas

Author: Nag Bodas

नाग बोडस
जन्म : 19 दिसम्बर, 1939 को मध्य प्रदेश के मुरैना ज़िले के अम्बाह क़स्बे में।

शिक्षा : भौतिकी में एम.एस-सी. तथा पीएच.डी. की उपाधियों के साथ ग्वालियर के माधव अभियांत्रिकी एवं विज्ञान संस्थान में अध्यापन।

कई वर्षों तक वाम राजनीति और ट्रेड यूनियन आन्दोलन की सक्रियता के दौरान एक बार जेल-यात्रा भी।

मुख्यत: नाटककार के रूप में पहचान। अब तक दस से अधिक नाटकों का लेखन, जिनमें से कुछ विभिन्न शहरों में मंचित। ‘खबसूरत बहू’ के अलावा रा.ना.वि. रंगमंडल द्वारा ‘थैंकू बाबा लोचनदास’ नाम से लेखक के एक और नाटक ‘नर-नारी’ की प्रस्तुति।
विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में नाटक, कहानियाँ तथा साहित्यिक लेख प्रकाशित, जिनमें कुछ अंग्रेज़ी तथा मराठी में भी।

दो नाटकों का निर्देशन भी।

प्रमुख कृतियाँ : ‘कृति विकृति’, ‘टीन टप्पर’, ‘बीहड़’ (नाटक ); ‘मेनीफ़ेस्टो’ (उपन्यास) तथा ‘पाजामे में आदमी’ (कहानी-संग्रह)।

निधन : 17 सितम्बर, 2003

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