Kinnar : Abujh Rahasyamay Jeevan

Author: Sharad Dwivedi
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Kinnar : Abujh Rahasyamay Jeevan

‘किन्नर : अबूझ रहस्यमय जीवन’ में किन्नरों के दर्द, उनकी खूबी, उनके संस्कार, संस्कृति व परम्पराओं को समाहित किया गया है।

थर्ड जेंडर अर्थात किन्नर कानूनी दायरे में नहीं आते। इनसान होने के बावजूद किन्नर उपेक्षित हैं। इनके हित में कानून तो बने लेकिन उसका जमीनी स्तर पर पालन नहीं हो रहा है। इसके पीछे तर्क दिया जाता है कि किन्नर न स्त्री हैं और न ही पुरुष। फिर उन्हें कोई आरक्षण अथवा कानून का लाभ कैसे दिया जाए? यह स्थिति भारत सहित विश्व के लगभग सभी देशों में है। आखिर यह बड़ी विडम्बना है ना! यहाँ व्यक्ति को बिना किसी गलती की सजा दी जा रही है। उन्हें धार्मिक, सांस्कृतिक पहचान दिलाने की कागजी कार्रवाई शुरू हुई। लेकिन अभी बहुत कुछ करना बाकी है।

यह पुस्तक किन्नरों से आत्मीय जुड़ाव कराती है। साथ ही किन्नरों के अधिकार व सम्मान के लिए पुरजोर आवाज उठाने को प्रेरित भी करती है।

More Information
Language Hindi
Format Hard Back
Publication Year 2022
Edition Year 2022, Ed. 1st
Pages 216p
Translator Not Selected
Editor Not Selected
Publisher Lokbharti Prakashan
Dimensions 22.5 X 14.5 X 2
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Sharad Dwivedi

Author: Sharad Dwivedi

शरद द्विवेदी

शरद द्विवेदी का जन्म 1 जुलाई, 1986 को प्रयागराज, उत्तर प्रदेश में हुआ। वे पेशे से पत्रकार हैं। पत्रकारिता की शुरुआत 2007 में न्यूज चैनल ‘इण्डियन टीवी’, प्रयागराज में इंटर्न रिपोर्टर के रूप में। इसके बाद 2008 में ‘टीवी 100’ न्यूज चैनल, नोएडा में इंटर्न रिपोर्टर रहे। 2009 में प्रयागराज में राष्ट्रीय समाचार पत्र ‘हिन्दुस्तान’ से जुड़कर प्रिंट मीडिया में कदम रखा। 2010 में राष्ट्रीय समाचार पत्र ‘अमर उजाला’ में ट्रेनी रिपोर्टर के रूप में नई पारी की शुरुआत किया। 2011 में देश के लोकप्रिय समाचार पत्र ‘दैनिक जागरण’ में जूनियर रिपोर्टर के रूप में काम शुरू किया। 2016 में ‘नागा संन्यासियों की दुनिया’ पुस्तक प्रकाशित हुई है।

सम्प्रति : ‘दैनिक जागरण’ में चीफ रिपोर्टर के पद पर कार्यरत हैं।

ई-मेल : sharaddwivedi@ald.jagran.com

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