आयुर्वेद और योग का विस्तार आज विश्व भर में हो रहा है। आयुर्वेद और योग वह ज्ञान और विज्ञान है जिसका जीवन के साथ सम्बन्ध है। यह पुस्तक आयुर्वेद, योग और ध्यान के तत्त्वों से रची परम्परागत भारतीय स्वास्थ्य चेतना को समकालीन जीवन की दिनोंदिन जटिल होती जा रही शैली से जोड़ने का अनूठा प्रयास है। इस पुस्तक से आप अपने को भोज्य पदार्थों और मसालों से संतुलित करने की प्रविधियां भी जानेंगे।
डॉ. विनोद वर्मा के वर्षों के शोध और परिश्रम का निष्कर्ष यह पुस्तक स्वास्थ्य की
देख-भाल के लिए निरोधी उपायों और दूसरे स्वावलंबी तरीकों के विषय में सम्पूर्ण जानकारी देती है। लेखिका की विदेशों में आयुर्वेद शिक्षा, आयुर्वेद और योग का गहन अध्ययन तथा अन्तर्राष्ट्रीय स्तर पर उनका अनुसंधान और अनुभव इस पुस्तक को महत्त्वपूर्ण कृति बनाते हैं।
Language | Hindi |
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Binding | Hard Back, Paper Back |
Publication Year | 2000 |
Edition Year | 2024, Ed. 3rd |
Pages | 186p |
Translator | Bhaskar Juyal |
Editor | Not Selected |
Publisher | Radhakrishna Prakashan |
Dimensions | 22.5 X 14.5 X 1.5 |