‘लखड़ा पागल’ बाल साहित्यकार गिजुभाई द्वारा लिखी कहानियों का संकलन है। इसका अनुवाद सां. जे. पटेल (सूरजदादा) ने किया है। बाल मनोविज्ञान की समझ के साथ यह पुस्तक कथानक के अंतरसूत्रों की पड़ताल करती है। यही कारण है कि संग्रह की कहानियों में स्पष्टता और वात्सल्य का बोध अन्तर्निहित है।
Language | Hindi |
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Binding | Paper Back |
Publication Year | 2011 |
Edition Year | 2011, Ed. 1st |
Pages | 48p |
Translator | Not Selected |
Editor | Not Selected |
Publisher | Radhakrishna Prakashan |
Dimensions | 21 X 14 X 0.3 |